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लाइफ स्टाइल

जानिए कैसे और क्यों मनाते हैं हरियाली तीज, क्या है सिंजारा?

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सावन, शुक्ल पक्ष, हरियाली तीज, सुहागन स्त्रियों का त्योहार, शिव-पार्वती का पुनर्मिलन , सिंजारा

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नई दिल्ली। सावन महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया हरियाली तीज के रूप में मनाया जाता है। सुहागन स्त्रियों के लिए यह व्रत काफी मायने रखता है। आस्था, उमंग, सौंदर्य और प्रेम का यह उत्सव शिव-पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

ये त्यौहार पंजाबी, हरियाणवी और राजस्थानी महिलाओं के लिए बहुत खास होता है। इस दिन से कई तरह के रीति-रिवाज जुड़े हैं। इनमें से जो महिलाओं के दिल के सबसे करीब है वह है सिंजारा। चारों तरफ हरियाली होने की वजह इसे हरियाली तीज कहते हैं।

 

सिंजारे में शामिल 16 श्रृंगार

इस मौके पर सिंजारे का खास महत्व है। दरअसल श्रृंगार के सामान को सिंजारा कहते हैं। इसका कोई खास नियम नहीं होता हैं, इसे अपनी पसंद से सजाया जा सकता है। आमतौर पर सिंजारे में खूबसूरत परिधान, मेहंदी गहने और मिठाइयां लेकर जाई जाती है। इसमें श्रृंगार के सामान को बड़ी अहमियत दी गई है। सिंजारे में 16 श्रृंगार को शामिल करके सदा सुहागन रहने की शुभकामनाएं दी जाती हैं।

लहरिया परिधान की है अहमियत
इस शगुन में कई तरह के रंगों के परिधान को शामिल किया जाता है। लेकिन इसमें लाल रंग और लहरिया की बड़ी अहमियत है। सिंजारे में लहरिया की साड़ी या अन्य परिधानों को शुभ माना जाता है। इस दिन नव विवाहिता पूरे श्रृंगार के साथ लाल जोड़े में तैयार होती हैं। उनके सिंजारे में लाल रंग को प्रमुखता से शामिल किया जाता है।

सास का बहू को तोफा
तीज को मनाने के लिए कई तरह के रिवाज हैं। शादी के बाद पहली तीज महिला अपने मायके में मनाती हैं। जहां सास अपनी बहू के लिए ये प्यार भरा तोहफा यानी सिंजारा भेजती है। इसके बाद मायके से सिंजारा भेजा जाता है। इसके अलावा सगाई के बाद भी सास अपनी होने वाली बहू के लिए सिंजारा भेजती हैं।घेवर की मिठास
त्योहार हो और मीठे की बात न हो ऐसे कैसे हो सकता है। हमारी सभ्यता में हर अवसर के लिए कई तरह के पकवान बनाने और खाने की परंपरा होती है, उसी तरह तीज पर मीठे में घेवर का महत्व होता है। घेवर राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में काफी मशहूर है। सिंजारे में विभिन्न चीजों के साथ इसे भी शगुन में शामिल किया जाता है।

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तेजी से बढ़ रही है दिल की बीमारियों के चलते मौत, करें ये उपाय

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Death due to heart diseases increasing

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नई दिल्ली। भारत में दिल की बीमारियों के कारण होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हाई कॉलेस्ट्रॉल, धूम्रपान एवं आनुवंशिक कारणों से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ रही है। दक्षिण-पूर्वी एशियाई आबादी में आनुवंशिक रूप से दिल की बीमारियों की संभावना अधिक होती है। दिल को सुरक्षित रखने के लिए कुछ उपाय हैं, जिसे अपनाकर आप दिल की बीमारियों से दूर रह सकते हैं।

सेहतमंद आहार लें

संतुलित और सेहतमंद आहार का सेवन करने से शरीर को सही पोषण मिलता है। जंक फूड में फैट, नमक और चीनी बहुत अधिक मात्रा में होती है, जो समय के साथ हमारे दिल को बीमार बना देती है। अक्सर लोग बिना सोचे समझे प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं क्योंकि उन्हें यह बहुत आसान लगता है, लेकिन इस तरह का भोजन हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। हमारे आहार में पर्याप्त मात्रा में कैलोरीज, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और लो सैचुरेटेड फैट होने चाहिए।

गतिहीन जीवनशैली से बचें

बहुत से लोग नियमित रूप से व्यायाम नहीं करते। आज हममें से लाखों लोग ऐसी नौकरियां करते हैं, जिसके लिए उन्हें घंटों एक ही जगह पर बैठे रहना पड़ता है। व्यायाम की कमी व्यक्ति के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है। यह मोटापे को जन्म देती है, जिसके कारण व्यक्ति धीरे धीरे डायबिटीज, हाइपरटेंशन और दिल की बीमारियों का शिकार बन जाता है।

शारीरिक रूप से सक्रिय

व्यायाम दिल को तंदुरुस्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्डियो व्यायाम से दिल की पम्प करने की क्षमता बढ़ती है और दिल की मांसपेशियां तंदुरुस्त बन जाती हैं। नियमित व्यायाम करने से रक्तचाप नियन्त्रण में रहता है, शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कम होते हैं और ब्लड शुगर भी नियन्त्रित रहती है।

तनाव से बचें

तनाव आज हम सभी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है, खासतौर पर ज्यादातर शहरी लोग अपने काम को लेकर तनाव में रहते हैं। जब आपका शरीर तनाव में रहता है, तो इसका असर शरीर के हर अंग पर पड़ता है। तनाव के समय शरीर में एड्रिनलिन हॉर्मोन ज्यादा मात्रा में बनने लगता है, अगर ऐसा नियमित रूप से होने लगे तो दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

अच्छी और गहरी नींद

समय की कमी के कारण बहुत से लोग अपनी नींद को कम कर काम करने लगते हैं। वे अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नींद से समझौता करते हैं जो सेहत के लिए खास तौर पर दिल के लिए खतरनाक है। 7-8 घंटे से कम नींद लेने से दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।

धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें

धूम्रपान और शराब का सेवन किसी भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। आजकल विकासशील देशों में धूम्रपान का चलन तेजी से बढ़ रहा है। जो दिल के लिए नुकसानदायक है। यहां तक कि अगर आपके आस-पास कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो वह भी आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं। धूम्रपान छोड़ने के लिए परिवार और दोस्तों के सहयोग की जरूरत होती है। इसकी आदत छोड़ने के लिए निकोटीन पैच या ई-सिगरेट का इस्तेमाल किया जा सकता है।

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच

नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराकर आप दिल की बीमारियों के खतरे से बच सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से अगर आपको कोई समस्या है तो समय पर उसका निदान हो जाएगा और समय रहते इलाज शुरू कर बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकेगा। इसलिए नियमित रूप से अपनी जांच करवाते रहें और अपने स्वास्थ्य को मॉनिटर करते रहें।

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डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी एक सूचना मात्र है. अपनाने से पहले सम्बंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.

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