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मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा, काले कारोबारों को मिटा कर रहेंगे

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मोदी ने ‘मन की बात'  में कहा, काले कारोबारों को मिटा कर रहेंगे

दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भ्रष्टाचार व काला धन के खिलाफ कहा कि सिर्फ नोटबंदी का ऐलान ही पूर्ण विराम नहीं है ये तो महज एक शुरूआत है। अभी बेनामी संपत्ति का काला चिट्ठा खुलना बाकी है जिसे हमने काफी धारदार बनाया है। आनेवाले दिनों में यह कानून अपना काम करेगा मोदी ने कहा कि मैंने आठ नवंबर (नोटबंदी की घोषणा) को ही कहा था, ये लड़ाई असामान्य है।

वजह यह है कि 70 साल से बेईमानी के काले कारोबार में बड़ी शक्तियां जुड़ी हैं? ऐसे लोगों से मैंने मुकाबला करने का संकल्प लिया है। ऐसे में वे भी सरकार को पराजित करने के लिए नये तरीके अपना रहे हैं लेकिन, भ्रष्टाचारी समझ लें कि वे डाल-डाल हैं, तो मैं पात-पात. हर काले कारोबारों को मिटा कर रहेंगे।

नोटबंदी के फैसले का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इसके बारे में  कितनी सारी अफवाहें फैलायी गयीं। सांप्रदायिकता के रंग से रंगने का भी कितना प्रयास किया गया। फिर भी देशवासियों के मन को कोई नहीं डुला सका है। मैं जनता के इस सामर्थ्य को भी शत-शत नमन करता हूं।

बेनामी संपत्ति का जिक्र करते हुए पीएम  मोदी ने कहा कि सोची-समझी रणनीति के तहत  इसे पूर्व की सरकारों ने धारदार नहीं बनाया। यह कानून 1988 में बना था,  लेकिन कभी भी न उसके नियम बनें, न ही अधिसूचित किया गया।  हमने उसको निकाला है और बड़ा धारदार बेनामी संपत्ति का  कानून हमने बनाया है। आने वाले दिनों में अपना काम करेगा।

पीएम मोदी ने संसद न चलने देने के लिए कुछ विपक्ष दलों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि मैं चाहता था कि काला धन व राजनीतिक दलों के वित्त पोषण  के मुद्दे पर सदन में व्यापक चर्चा हो। यदि सदन चला होता तो जरूर चर्चा  होती. मोदी ने उन खबरों को भी गलत बताया, जिसमें राजनीतिक दलों को छूट देने  की बात कही गयी थी। दोहराया कि कानून सब के लिए समान है,जो भी दोषी  होगा पकड़ा जायेगा।
कैसा , क्या है नया कानून

बेनामी से मतलब ऐसी संपत्ति से है जो असली खरीददार के नाम पर नहीं होता है। कर से बचने और संपत्ति का ब्योरा न देने के उद्देश्य से लोग अपने नाम से प्रॉपर्टी खरीदने से बचते हैं। जिस व्यक्ति के नाम से यह खरीदी जाती है उसे बेनामदार कहते हैं और संपत्ति बेनामी कही जाती है। बेनामी संपत्ति चल या अचल दोनों हो सकती है। अधिकतर ऐसे लोग बेनामी संपत्ति खरीदते हैं जिनकी आमदनी का स्रोत संपत्ति से ज्यादा होता है।

 

नेशनल

स्मृति ईरानी ने अमेठी से किया नामांकन, एमपी के सीएम मोहन यादव भी रहे मौजूद

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अमेठी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज अमेठी से अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव मौजूद रहे। सत्तारूढ़ी बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी को अमेठी का टिकट दिया गया है। उन्होंने 2019 में भी इस सीट से राहुल गांधी को मात दी थी।

नामांकन से पहले स्मृति ईरानी ने रोड शो किया जो करीब दो किमी लंबा था। यह भाजपा कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक गया। कलेक्ट्रेट के बाहर ढोल नगाड़ों के साथ नाच गाना भी हुआ। भारी संख्या में कार्यकर्ता वहां मौजूद रहे।नामांकन से पहले उन्होंने अपने अमेठी स्थित आवास पर पूजा-पाठ किया।

इससे पहले रविवार को दिन में वह अयोध्या गई थीं और उन्होंने रामलला के दर्शन किए थे। भगवान राम की पूजा-अर्चना करने के बाद ईरानी ने कहा, ‘आज मैं खुद को सौभाग्यशाली मानती हूं कि मेरा जन्म ऐसे युग में हुआ, जिसमें हमारे रामलला को एक भव्य समारोह के माध्यम से एक तंबू से भव्य मंदिर में स्थापित किया गया। ‘मैंने राष्ट्र की प्रगति, प्रधान सेवक (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) के अच्छे स्वास्थ्य और भारत के गौरव के लिए रामलला के चरणों में आशीर्वाद मांगा। साथ ही भगवान हनुमान से आशीर्वाद मांगा कि मेरा सेवा भाव उनके जैसा ही हो।

बता दें कि हाईप्रोफाइल अमेठी संसदीय क्षेत्र से भाजपा की ओर से लगातार तीसरी बार ईरानी उम्मीदवार बनाई गई हैं। इस संसदीय सीट तीन जिलों के पांच विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर बनाई गई है। इसमें जिले की चार विधानसभा क्षेत्रों के साथ ही रायबरेली जिले का सलोन विधान सभा क्षेत्र व जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र में सुल्तानपुर के बल्दीराय तहसील के 24 ग्राम पंचायतों के 62 बूथ शामिल हैं।

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