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आरक्षण खत्म करने का आरएसएस का सपना कभी पूरा न होगा : लालू

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आरक्षण खत्म करने का आरएसएस का सपना कभी पूरा न होगा, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, बाबा अम्बेडकर साहेब के संविधान, आरएसएस गुरु गोलवलकर के 'बंच ऑफ थॉट्स'

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आरक्षण खत्म करने का आरएसएस का सपना कभी पूरा न होगा, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, बाबा अम्बेडकर साहेब के संविधान, आरएसएस गुरु गोलवलकर के 'बंच ऑफ थॉट्स'

पटना| बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंगलवार को एकबार फिर आरक्षण के मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इनका आरक्षण खत्म करने का सपना, सपना ही रहेगा, कभी पूरा नहीं होगा। लालू ने आरएसएस और भाजपा पर निशाना साधते हुए अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है, “आरक्षण खत्म करने की आड़ में ये बाबा अम्बेडकर साहेब के संविधान की बजाय गुरु गोलवलकर का संविधान लागू करना चाहते हैं, ताकि छोटी जाति के लोग पढ़ ना सकें, बढ़ ना सकें, नौकरी ना कर सकें, मंदिरों में प्रवेश ना कर सकें और हर जगह इनका ही वर्चस्व कायम रहे।”

उन्होंने आगे लिखा है, “आरएसएस गुरु गोलवलकर के ‘बंच ऑफ थॉट्स’ में लिखे हुए दबे, कुचले एवं वंचितों को तिरस्कार एवं शोषित करने के तरीकों को लागू करना चाहता है, ताकि इस देश में मनुवाद और जातिवाद को बल मिल सके और इनकी दुकानदारी अच्छी तरह चल सके।” लालू का यह बयान आरएसएस के नेता सुरेश भैयाजी जोशी के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने आरक्षण की समीक्षा करने की बात कही थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा है कि ‘बंच ऑफ थॉट्स’ में लिखी बातों को ही आरएसएस अपना संविधान मानता है और उसे लागू करना ही इनका असली एजेंडा है। ये लोग बाबा साहेब द्वारा रचित इस देश के संविधान को कागज का एक टुकड़ा भर मानते हैं। लालू ने कहा कि बिहार चुनाव के समय भी इन्होंने आरक्षण का मुद्दा उठाया था, उसका क्या हश्र हुआ, ये किसी से छुपा नहीं है।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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