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मुख्य समाचार

सपा के संग्राम में ‘साइकिल’ किसकी? आज आ सकता है चुनाव आयोग का फैसला

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cycle-akhilesh-mulayamलखनऊ। समाजवादी पार्टी में चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ को लेकर मचा घमासान सोमवार को समाप्त हो सकता है क्योंकि आज चुनाव आयोग अपना फैसला सुना सकता है। अखिलेश और मुलायम गुट की नजर दिल्ली पर टिकी हुई है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनी थी और फैसला सुरक्षित रख दिया था। आज इस पर अंतिम फैसला आना है। आज तय हो जाएगा कि आखिर इस साइकिल की सवारी कौन करेगा।

सपा के विधान परिषद सदस्य और अखिलेश के करीबी सुनील सिंह साजन ने कहा कि अखिलेश जी हमारा चेहरा हैं और हम उसी पर वोट मांगेंगे। यदि चुनाव आयोग नया चुनाव चिन्ह देता है तो चुनौती खड़ी होगी, लेकिन हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं। हम मुख्यमंत्री द्वारा पिछले पांच साल में किए गए कार्य तथा जनता के समर्थन पर भरोसा कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में पहले चरण की चुनावी प्रक्रिया के तहत नामांकन दाखिल करने मंल काफी कम समय बचा है। राज्य में सात चरणों में मतदान होंगे। मतदान 11 फरवरी से शुरू होगा।

वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपना चुनाव अभियान 19 जनवरी से शुरू कर सकते हैं। चुनाव आयोग से चुनाव चिन्ह पर फैसला आने के बाद मुख्यमंत्री लखनऊ में पहले अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करेंगे और साथ ही चुनावी घोषणा पत्र जारी करेंगे और प्रचार अभियान के बारे में जानकारी देंगे।

सपा प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी के मुताबिक सभी चीजों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सोमवार या मंगलवार को इनका ऐलान हो जाएगा। सपा सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री संभवत: 19 जनवरी से अपना प्रचार अभियान शुरू करेंगे और पश्चिमी यूपी में दौरा करेंगे। उनके दौरे की शुरुआत आगरा से हो सकती है। उसी दिन वह अलीगढ़ में रैली करेंगे। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री व उनके स्टार प्रचारकों के लिए कई हेलीकॉप्टर भी बुक कराए गए हैं।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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