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मुलायम सिंह यादव को किडनी देने BHU का छात्र पहुंचा मेदांता अस्पताल

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मुलायम सिंह यादव

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नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। वह खराब सेहत के चलते गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में कई दिनों से भर्ती हैं। जहां डॉक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर रख रहे हैं। अभी भी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।

वहीं, आज सोमवार को अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव ने अस्पताल पहुंचकर मुलायम सिंह यादव का हालचाल जाना। परिवार के अन्य सदस्य भी अस्पताल में ही मौजूद हैं।

मेदांता अस्पताल ने बयान जारी कर बताया कि मुलायम सिंह यादव वर्तमान में क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती हैं और उनका इलाज विशेषज्ञों की एक व्यापक टीम द्वारा किया जा रहा है।

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उधर, जैसे ही मुलायम सिंह यादव की तबीयत खराब होने की सूचना उनके चाहने वालों को लगी तो उनके शीघ्र स्वस्थ लाभ के लिए दुआओं का दौर शुरू हो गया। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी का छात्र आशुतोष सिंह तो अपनी किडनी मुलायम सिंह को देने के लिए तैयार है। इसके लिए वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचा है।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तबीयत करीब तीन साल से गड़बड़ चल रही है। वह महीने में कभी दो बार तो कभी एक बार जांच के लिए अस्पताल में भर्ती होते रहे हैं लेकिन, अगस्त महीने से उनकी हालत में लगातार गिरावट हुई है।

मुलायम सिंह को प्रोस्टेट से जुड़ी समस्या बताई जाती है। इस वजह से वह लगातार मेदांता अस्पताल के विशेषज्ञों की निगरानी में रहते हैं। लखनऊ रहने पर किसी तरह की समस्या होने पर यहां के अस्पताल में दिखाते हैं।

इससे पहले उन्हें 15 जून को मेदांता में भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी साधना गुप्ता के निधन के बाद उन्हें कई तरह की अन्य समस्याएं भी हो गई थीं। इस वजह से वह ज्यादातर वक्त दिल्ली में रहे।

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नेशनल

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा, जिसमें केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करेगी।

दिल्ली में शराब नीति घोटाले से उपजे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताया है। केजरीवाल पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुके हैं कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हर लोकतंत्र में जरूरी हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है।

केजरीवाल ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कहा कि जिस तरह से उन्हें गिरफ्तार किया गया और जिस समय लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया, जब आचार संहिता लागू हो चुकी थी। इससे साफ है कि एजेंसी बिना किसी कारण के जानबूझकर उन्हें परेशान कर रही हैं। चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से ही उनकी गिरफ्तारी हुई है।

तिहाड़ जेल जाने के बाद केजरीवाल अपने स्वास्थ्य को लेकर भी जेल प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। उनका दावा है कि केंद्र सरकार के इशारे पर जेल प्रशासन उन्हें इंसुलिन नहीं दे रहा है, जबकि वह लंबे समय से शुगर के मरीज हैं।

 

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