Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी खोजों का वर्ष होगा 2015

Published

on

Loading

वाशिंगटन| वर्ष 2014 3डी प्रिंटिंग और धूमकेतु पर उपग्रह के पदार्पण जैसी क्रांतिकारी खोजों का वर्ष रहा और आने वाले वर्ष में विज्ञान के क्षेत्र में महान आविष्कारों के होने की पूरी संभावना है। विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिष्ठित शोध पत्रिका ‘नेचर’ के अनुसार, आने वाला वर्ष भी नई खोजों वाला साबित होगा और वर्ष की पहली बड़ी खबर मार्च में ब्रह्मांड की स्थापना का रहस्य खोजने के लिए चल रहे अभियान के तहत लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर के दो वर्ष के बाद दोबारा शुरू होने के साथ मिल सकती है।

पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से अगर कार्बन का सर्वाधिक उत्सर्जन करने वाले दो देश अमेरिका और चीन 2014 में किए गए उत्सर्जन कम करने के अपने वादों पर कायम रहते हैं तो आने वाला वर्ष इस दिशा में अहम साबित हो सकता है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है, “यह दिसंबर में पेरिस में होने वाली संयुक्त राष्ट्र की बैठक में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नई अंतर्राष्ट्रीय संधि का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।”

पश्चिम अफ्रीकी देशों गिनी, लाइबेरिया और सिएरा लियोन में महामारी की तरह फैले इबोला पर काबू पाने वाले उपचार की खोज भी आने वाले वर्ष की बड़ी उपलब्धियों में शामिल हो सकती है।

इबोला के टीके का परीक्षण आने वाले वर्ष के शुरू में ही होना है, जिसके परिणाम जून तक आ सकते हैं।

नेचर के अनुसार, “कई औषधियों का परीक्षण जारी है। प्रभावी साबित होने पर संक्रमित रक्त का उपचार भी जल्द ही आ जाएगा।”

अंतरिक्ष विज्ञान की बात करें तो अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का खोजी उपग्रह ‘डान’ मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच स्थिति सबसे विशाल क्षुद्रग्रह ‘सेरेस’ पर मार्च में पदार्पण कर सकता है।

नासा का एक अन्य महात्वाकांक्षी अंतरिक्षयान ‘होराइजन्स’ भी आने वाले साल में ही पांच अरब किलोमीटर की दूरी तय कर प्लूटो पर पहुंच जाएगा।

स्वास्थ्य की दिशा में मोटापे से लड़ने के लिए तमाम औषधि निर्माता कंपनियां उच्च कोलेस्ट्रॉल पर काबू पाने वाली नई औषधि को निर्माण में लगी हैं और कुछ कंपनियां वर्ष 2015 में इसे बाजार में उतार सकती हैं।

जीवाश्मविज्ञानियों को आने वाले वर्ष में स्पेन के सुदूर उत्तरी हिस्से से एक गहरी गुफा के अंदर से पाए गए चार लाख वर्ष पुराने मानव जिवाश्म की पूरी जिनोम संरचना पता चलने की उम्मीद है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

Continue Reading

Trending