Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

लीबिया में 4 भारतीय अगवा

Published

on

Loading

नई दिल्ली| लीबिया के सिर्ते शहर से चार भारतीयों को अगवा कर लिया गया है, जिनके बारे में केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह उन्हें मुक्त कराने की कोशिश कर रही है। लीबिया के सिर्ते से अगवा चार भारतीयों में से तीन वहां व्याख्याता के पद पर कार्यरत थे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि त्रिपोली स्थित भारतीय दूतावास को गुरुवार रात 11 बजे सूचना मिली कि त्रिपोली और ट्युनिश के जरिये भारत लौट रहे नागरिकों को सिर्ते से 50 किलोमीटर दूर जांच चौकी पर कब्जे में लिया गया है।एक बयान के मुताबिक, उन्होंने कहा कि इनमें से दो हैदराबाद, एक रायचूर और एक बेंगलुरू के निवासी हैं। सभी पुरुष हैं।

इनमें से तीन सिर्ते विश्वविद्यालय में व्याख्याता थे और एक विश्वविद्यालय की जुफ्रा शाखा में कार्यरत थे।स्वरूप ने बताया कि मंत्रालय त्रिपोली स्थित अपने दूतावास के जरिये घटना का और ब्यौरा लेने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने कहा, “ज्ञात सूचना के अनुसार, सभी चार भारतीय नागरिकों को सिर्ते शहर लाया गया है। हम उनके परिवार वालों से नियमित संपर्क में हैं और उनकी बेहतरी तथा जल्द से जल्द रिहाई के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।”सूत्रों ने बताया कि उन्हें छोड़ने के लिए कोई फिरौती नहीं मांगी गई है।आशंका जताई जा रही है कि इन्हें इस्लामिक स्टेट ने अगवा किया है।

इससे पहले जून 2014 में इराक के मोसुल से 39 भारतीय नागरिकों को अगवा कर लिया गया था, जिनका अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। उन्हें इस्लामिक स्टेट ने अगवा किया। सरकार का कहना है कि सभी जिंदा हैं। ये सभी श्रमिक हैं तथा अधिकांश पंजाब के रहने वाले हैं।भारत सरकार ने पिछले साल दिशानिर्देश जारी कर भारतीय नागरिकों को लीबिया छोड़ने को कहा था।

 

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending