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मुख्य समाचार

लखवी फिर कैद, 2 दिन की न्यायिक हिरासत में

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इस्लामाबाद| मुंबई हमलों की साजिश के मुख्य आरोपी जकिउर रहमान लखवी को एक बार फिर हिरासत में ले लिया गया है। उसे अपहरण के एक मामले में मंगलवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उसके खिलाफ अपहरण के मामले में सोमवार को ही एफआईआर दर्ज कराया गया था, जिसके बाद देर रात उसे हिरासत में ले लिया गया था। इससे पहले सोमवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने लखवी की याचिका पर सुनवाई करते हुए उसे हिरासत में रखने के इस्लामाबाद जिला प्रशासन के आदेश को निलंबित कर दिया था, जिसके बाद भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। भारत ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित को तलब कर इस मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाते हुए कड़ा विरोध जताया था।

भारत ने दो टूक कहा था कि ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान में आतंकवादी वारदातों के बावजूद यह देश आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बना हुआ है।लखवी को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने लखवी की सात दिन की रिमांड की मांग की थी, लेकिन न्यायाधीश ने इसे अस्वीकार करते हुए उसे दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा।समाचार पत्र ‘डान’ की वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, लखवी के खिलाफ सोमवार देर रात दायर एफईआर में उस पर अनवर नाम के एक व्यक्ति के अपहरण में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।

पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक अदालत ने लखवी को 18 दिसम्बर को जमानत दे दी थी, जिसके बाद इस्लामाबाद जिला प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के तहत उसे हिरासत में लेने का आदेश दिया था। जिला प्रशासन के इस आदेश पर लखवी को 19 दिसम्बर को गिरफ्तार कर लिया गया था। लखवी ने जिला प्रशासन के इस आदेश को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने लखवी के पक्ष में फैसला दिया और सोमवार को लखवी को हिरासत में रखने के जिला प्रशासन के आदेश को निलंबित करने निर्णय दिया। इसके बाद लखवी के खिलाफ इस्लामाबाद में अपहरण का एक मामला दायर किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

लखवी को मुंबई हमले के एक मात्र जिंदा पकड़े गए आतंकवादी अजमल कसाब के बयान पर फरवरी 2009 में गिरफ्तार किया गया था और उसके साथ-साथ छह अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया था।कसाब को भारत की जेल में 21 नवंबर, 2012 को फांसी दे दी गई थी।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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