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राष्ट्रपति ने इसरो को बधाई दी

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नई दिल्ली | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को एक ही बार में 104 अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर बुधवार को बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहा कि यह दिन हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में एक बड़े दिन के रूप में जाना जाएगा। राष्ट्र को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर गर्व है। इस प्रदर्शन ने एक बार फिर भारत की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं को दर्शाया है।

राष्ट्रपति ने अंतरिक्ष विभाग के सचिव तथा इसरो के अध्यक्ष ए.एस. किरण कुमार को भेजे संदेश में कहा, “मैं अपनी ओर से आपको और इसरो की पूरी टीम को पीएसएलवी-सी 37 और एक ही बार में 104 अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।”

राष्ट्रपति ने किरण कुमार से कहा, “मैं अपनी ओर से आपकी टीम के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, प्रौद्योगिकीविदों और इस महान मिशन से जुड़े सभी सहयोगियों को बधाई देता हूं।”

उन्होंने कहा, “मैं इसरो से आग्रह करता हूं कि वह हमारे अंतरिक्ष क्षमताओं की प्रगति के लिए प्रयास जारी रखेंगे। मैं भविष्य के लिए भी महान सफलता की कामना करता हूं।”

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628 को उम्रकैद, 37 को दिलवाई फांसी, जानें कौन हैं मुंबई उत्तर मध्य सीट से बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम

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मुंबई| लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने शनिवार को 15वीं सूची जारी कर दी। इस सूची में उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है। मशहूर वकील उज्जवल निकम को भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए मुंबई उत्तर मध्य सीट से प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से पूनम महाजन का टिकट काट गया है।

बता दें कि पूनम महाजन मुंबई की नॉर्थ सेंट्रल सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद है। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2014 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची थीं लेकिन इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा न जताकर वरिष्ठ वकील उज्जवल निकम को चुनावी मैदान में उतारा है।

बता दें कि उज्जवल निकल देश के जाने-माने वकील हैं उन्हीं ने मुंबई में 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आमिर कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। इस केस में वह विशेष लोक अभियोजक भी थे। इसके अलावा वह 1993 के बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई प्रोफाइल केसों में सरकारी की ओर से केस लड़ चुके हैं। उन्होंने अपने 30 साल लंबे करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 लोगों को मृत्युदंड की सजा दिलवाई।

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