Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

म्यांमार में स्वतंत्र, निष्पक्ष चुनाव का सरकार का वादा

Published

on

Loading

नेपेडा। म्यांमार के राष्ट्रपति यू थेन सेन ने मंगलवार को कहा कि आठ नवंबर को प्रस्तावित आम चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से कराने के लिए म्यांमार सरकार हर संभव प्रयास करेगी। राष्ट्रपति यू थेन सेन ने अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के मौके पर कहा, “म्यांमार के लोगों के पास अपना भविष्य और आकांक्षाएं जाहिर करने का अवसर है।”

उन्होंने कहा कि म्यांमार को लोकतंत्र की तरफ ले जाने के लिए चुनाव एक बड़ा मौका है। सेन ने कहा, “भविष्य में नए लोकतांत्रिक राष्ट्र का निर्माण सुनिश्चित करना मतदाताओं की जिम्मेदारी है।”

सही प्रतिनिधि के चुनाव के लिए मतदान करने का आह्वान करते हुए यू थेन सेन ने वोट के लिए प्रचार करते वक्त समुदायों के बीच समरसता को बिगाड़ने के खिलाफ चेतावनी दी।

यूनियन इलेक्शन कमिशन के मुताबिक, देश में कुल 3.2 करोड़ मतदाता 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

Continue Reading

Trending