Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मुलायम से ज्यादा लोकप्रिय हुए अखिलेश : सर्वे रिपोर्ट

Published

on

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

Loading

मुख्यमंत्री अखिलेश यादवलखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में मचे घमासान के कारण पार्टी और परिवार में भले ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कद थोड़ा छोटा हुआ हो, लेकिन आमजन के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। सी-वोटर के नए सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, सपा के पारिवारिक झगड़े के बीच अखिलेश यादव ने लोकप्रियता के मामले में अपने पिता एवं सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और चाचा एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को पीछे छोड़ दिया है।

सर्वे में पता चला है किपरिवार में झगड़े के दौरान अखिलेश यादव की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। मुलायम, अखिलेश और शिवपाल यादव को लेकर सी-वोटर ने एक सर्वे सितंबर में और दूसरा अक्टूबर के मध्य में किया। सर्वे के नतीजों के मुताबिक, चाचा शिवपाल के मुकाबले अखिलेश को पसंद करने वाले लोगों की संख्या सितंबर में 77.1 प्रतिशत थी जो अक्टूबर में बढ़कर 83.1 प्रतिशत हो गई।

यानी अखिलेश को चाहने वालों की संख्या छह फीसदी बढ़ गई। इसी तरह, पिता मुलायम की तुलना में भी अखिलेश अधिक लोकप्रिय नजर आते हैं। दोनों की लोकप्रियता की तुलना वाले सवाल में भी अखिलेश को इस बार 76 जबकि पिछले महीने 67 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया। मुलायम के प्रति पिछली दफा 19, जबकि इस दफा 15 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया।

अखिलेश सपा के पारंपरिक वोटरों की सीमा भी लांघते दिख रहे हैं। मुलायम से तुलना की बात रखे जाने पर भी 55 साल से ज्यादा उम्र वाले 70 फीसद लोग अखिलेश को पसंद करते हैं।

सर्वेक्षण जिन लोगों के बीच किया गया, उनमें से 68 फीसद लोगों का मानना है कि अखिलेश पार्टी को गुंडा छवि से बा0हर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। 63.2 प्रतिशत लोगों का यह भी मानना है कि अखिलेश को उनलोगों को पार्टी में शामिल नहीं करने देना चाहिए जो आपराधिक छवि के हैं।

हालांकि, इस बीच सबकी नजर तीन नवंबर से शुरू होने वाली अखिलेश की रथयात्रा पर है। खबरों के मुताबिक, दोनों खेमों की खींचतान के बीच अखिलेश की रथयात्रा के कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव किया गया है और अब ये रथयात्रा एक दिन की ही होगी। यानी इस बात की संभावना बढ़ गई है कि अखिलेश पांच तारीख को लखनऊ में पार्टी के रजत जयंती समारोह में शामिल होंगे।

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

Published

on

Loading

एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

Continue Reading

Trending