Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मुख्यमंत्री शिवराज के भतीजे के रेत भरे डंपर पकड़े गए

Published

on

Loading

मुख्यमंत्री शिवराज के भतीजे के रेत भरे डंपर पकड़े गए

भोपाल | मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए ‘नमामि देवी नर्मदे’ सेवा यात्रा निकाल रहे हैं तो दूसरी ओर उनसे जुड़े लोग वाहनों में क्षमता से अधिक (ओवर लोडेड) रेत का परिवहन करने में लगे हैं। खनिज विभाग ने शनिवार को सीहोर में ऐसे ही छह वाहनों को पकड़ा, जिनमें से चार वाहन मुख्यमंत्री के भतीजे के बताए जा रहे हैं।

खनिज विभाग के सूत्रों के अनुसार, सीहोर जिले के बुधनी (शिवराज का विधानसभा क्षेत्र) में नर्मदा नदी के चरुआ घाट से रेत भर कर आ रहे वाहनों की शनिवार को खनिज निरीक्षक रश्मि पांडे के नेतृत्व में एक दल ने जांच की। जांच के दौरान पता चला कि छह वाहनों में क्षमता से अधिक रेत थी। इन छह वाहनों में से चार डंपर के मालिक प्रद्युम्न सिंह चौहान हैं। प्रद्युम्न सिंह मुख्यमंत्री के भतीजा हैं।

खनिज अधिकारी एम.ए. खान ने रविवार को आईएएनएस को बताया कि नर्मदा नदी से रेत भर कर जाने वाले वाहनों की नियमित जांच की जाती है। जांच के दौरान हर रोज वाहनों पर कार्रवाई होती हैं और इसी क्रम में शनिवार को भी छह वाहन पकड़े गए हैं। रॉयल्टी का भुगतान किए जाने के बाद इन सभी वाहनों में क्षमता से अधिक रेत मिली। सभी वाहनों को जब्त कर लिया गया है।

खनिज अधिकारी खान से जब पूछा गया कि पकड़े गए वाहनों में से चार डंपर प्रद्युम्न सिंह के बताए जा रहे हैं, क्या यह सच है तो उन्होंने डंपर मालिक की जानकारी होने से इनकार कर दिया।

‘नर्मदा बचाओ’ आंदोलन की मेधा पाटकर ने नर्मदा नदी से रेत का अवैध खनन सरकार के संरक्षण में होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वे लगातार यह बात कहती आ रही हैं कि मुख्यमंत्री से जुड़े लोग ही इस काम में लगे हैं, अब तो खनिज विभाग द्वारा पकड़े गए क्षमता से अधिक रेत से भरे वाहनों से यह बात प्रमाणित हो गई है। वहीं सरकार उन लोगों को दबाने में लगी है जो इन अनैतिक कायरें के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

ज्ञात हो कि इन दिनों राज्य में नर्मदा नदी के संरक्षण का अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है। अमरकंटक से 11 दिसंबर को शुरू हुई इस यात्रा में नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त कर दोनों तटों पर पौधरोपण की कवायद भी जारी है। नर्मदा किनारे से शराब की दुकानें बंद करने और नई दुकानें न खोलने के वादे भी किए गए हैं और अवैध खनन को रोकने के लिए हर संभव प्रयास की बात कही जा रही है।

प्रादेशिक

पुणे हिट एंड रन केस: कोर्ट ने आरोपी के पिता को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा

Published

on

Loading

पुणे। पुणे हिट एंड रन केस में पुलिस ने नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल को 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। इससे पहले मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया था। मामले में पुलिस ने नाबालिग आरोपी को जमानत मिलने के बाद फिर से अरेस्ट कर लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने मामले में नई धारा भी जोड़ी है। इसके साथ ही कोर्ट ने बार के मालिक जितेश शेवनी और जयेश बोनकर को भी 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है।

बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे में एक नाबालिग लड़के ने अपनी करोड़ों की पोर्शे कार से दो लोगों को कुचलकर मार डाला। चश्मदीदों का कहना है कि कार की स्पीड करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटा था। इस हादसे में मारे गए लोगों की पहचान अनीस दुधिया और अश्विनी कोस्टा के तौर पर हुई थी। दोनों राजस्थान के हैं। बाद में पुलिस ने इस मामले में कार चला रहे 17 वर्षीय आरोपी को हिरासत में लेकर जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जमानत मिल गई।

पुलिस ने उस पर बालिग लोगों की तरह मुकदमा चलाने और उसे पुलिस हिरासत में भेजने की इजाजत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने इससे इनकार करते हुए आरोपी को जमानत दे दी थे। आरोपी को कोर्ट ने 15 दिनों के लिए येरवडा की ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने’ और ‘हादसे पर एक निबंध लिखने’ के लिए कहा। वकील प्रशांत पाटिल ने कहा कि जमानत की शर्तों में आरोपी को एक ऐसे डॉक्टर से इलाज कराने का निर्देश दिया गया है जो उसे शराब छोड़ने में मदद कर सके। इसके अलावा उसे ‘साइकेट्रिस्ट से सलाह’ लेकर उसकी रिपोर्ट अदालत में जमा करने का निर्देश दिया गया है।

चश्मदीदों का कहना है कि कार की स्पीड करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटा था.पुलिस का दावा है कि बार में शराब पीने के बाद नशे में धुत होकर 17 साल का आरोपी पोर्शे कार को चला रहा था। उसने रविवार तड़के शहर के कल्याणी नगर इलाके में मोटरसाइकिल पर सवार दो लोगों को टक्कर मार दी थी, जिसके चलते उनकी मौत हो गई।

Continue Reading

Trending