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अन्तर्राष्ट्रीय

मिंस्क समझौते को दबाने की कोशिश न हो : रूस

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मास्को| रूस के विदेश मंत्री सरगई लावरोव ने आगाह किया है कि किसी भी देश को मिंस्क समझौते का उल्लंघन नहीं करना चाहिए, न ही यूक्रेन में शांति की दिशा में हुई प्रगति को कमजोर करने की कोशिश होनी चाहिए। समाचार एजेंसी  के अनुसार, लावरोव ने शुक्रवार को कहा, “मिंस्क समझौता सिर्फ एक पैकेज है, जिसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता।”

उन्होंने अपने पश्चिमी समकक्षों को आगाह करते हुए कहा कि इसे दबाने की कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।

विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार लवरोव ने कहा, “नॉरमैंडी फोर (फ्रांस, जर्मनी, यूक्रेन और रूस) और अन्य समूह के संपर्क में मौजूद लोगों की यह धारणा है कि मिंस्क समझौते में संशोधन की आवश्यकता है।”

उन्होंने पश्चिमी देशों से अपील की कि वे यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए कीव प्रशासन पर अपना प्रभाव और बढ़ाएं।

लवरोव ने लक्जेमबर्ग के अपने समकक्ष जीन एसेलबोर्न से मुलाकात के दौरान यह सुझाव दिया कि यूक्रेन संकट से जु़ड़े हर पक्ष को नई गतिविधि तथा सच्चाई को ध्यान में रखते हुए नए दौर की बातचीत के लिए एकजुट होना चाहिए।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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