Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मप्र में 2 किसानों ने की आत्महत्या, 1 की संदिग्ध हालत में मौत

Published

on

Loading

होशंगाबाद/विदिशा, 13 जून (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश में बीते 24 घंटो में तीन किसानों ने मौत को गले लगा लिया। कर्ज और सरकारी अमले की कारगुजारियों से परेशान दो किसानों ने जान दे दी, तो कर्जदार एक किसान की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। पुलिस तीनों मामलों की जांच कर रही है। होशंगाबाद के भैरोपुर गांव का किसान माखन लाल मंगलवार की सुबह चार बजे घर से खेत की ओर निकला, थोड़ी देर बाद उसका शव पेड़ से लटका मिला। माखन लाल के परिजनों का कहना है कि उस पर पिछले कई वर्षो से कर्ज था, जिसके लिए वह हर साल जमीन का कुछ हिस्सा बेच दिया करता था।

गांव के लेाग बताते हैं कि उसकी कुल 15 एकड़ जमीन थी, लेकिन बिकते-बिकते तीन एकड़ ही बची थी। उस पर कर्ज का बोझ बना हुआ था, जिससे वह परेशान था।

उधर, विदिशा जिले के शमशाबाद थाने के जीरापुर में सोमवार की रात किसान हरि सिंह जाटव ने जहर खा लिया और उसकी भोपाल में उपचार के दौरान देर रात को मौत हो गई। हरि सिंह के परिजनों का आरोप है उसके परिवार की जमीन का पिछले दिनों सीमांकन हुआ था, जिसमें पटवारी ने उसके हिस्से की जमीन को रिश्तेदार के नाम दर्शा दिया। हरि सिंह ने कई जगह गुहार लगाई, मगर किसी ने नहीं सुनी। इससे क्षुब्ध होकर उसने जहर खा लिया।

शमशाबाद के तहसीलदार इसरार खान ने आईएएनएस को बताया कि हरि सिंह और उसके चाचा के बीच जमीन का विवाद था, दोनों ने सीमांकन के लिए आवेदन दिया। सीमांकन हुआ भी, मगर दोनों इससे संतुष्ट नहीं थे। इस पर दोनों को पटवारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को आवेदन देकर दोबारा सीमांकन कराने का कहा। इसी बीच हरि सिंह ने आत्महत्या कर ली। इस मामले की जांच कराई जाएगी।

इसी तरह सीहोर जिले के रहटी थाना क्षेत्र के जजना गांव में पांच लाख के कर्जदार दुलीचंद्र की सोमवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई। परिजन आत्महत्या की आशंका जता रहे हैं।

रेहटी थाने के प्रभारी पंकज गीते के अनुसार, पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट में उसकी तिल्ली (स्प्लीन) फटे होने की बात सामने आई है। वह शराब पीता था। सोमवार को उसे पेट में दर्द हुआ, अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों द्वारा आशंका जताए जाने पर बिसरा को रासायनिक परीक्षण के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।

Continue Reading

नेशनल

सीबीआई केस में मनीष सिसोदिया को राहत नहीं, कोर्ट ने न्यायिक हिरासत 15 मई तक के लिए बढ़ाई

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने एक्साइज पॉलिसी मामले से जुड़े सीबीआई केस में आप नेता मनीष सिसौदिया की न्यायिक हिरासत 15 मई तक बढ़ा दी है। कोर्ट ने मामले में आरोप तय करने पर आगे की बहस के लिए 15 मई की तारीख भी तय की है।

वहीं सिसोदिया इसके अलावा दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के केस में न्यायिक हिरासत में पहले ही 8 मई तक है।
दरअसल, ईडी और सीबीआई दोनो ही जांच एजेंसी दिल्ली शराब नीति मामले में सिसोदिया की भूमिका की जांच कर रहे हैं। सिसोदिया को पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार किया गया था।

ईडी और सीबीआई ने दावा किया है कि दिल्ली शराब नीति को लागू करने और तैयार करने में गड़बड़ी हुई है। इसमें आप के नेता और दिल्ली की केजरीवाल सरकार में कई मंत्री शामिल रहे हैं। ईडी ने तो हाल ही में इसका मुख्य साजिशकर्ता आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को करार दिया है।

 

Continue Reading

Trending