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अन्तर्राष्ट्रीय

ब्रिटेन में चुनाव प्रचार शुरू, त्रिशंकु सदन की संभावना

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लंदन| ब्रिटेन में सात मई को होने वाले संसदीय चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत सोमवार को शुरू हो गई। सर्वेक्षण में त्रिशंकु सदन की संभावना जताई गई है।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने सोमवार को महारानी एलिजाबेथ 2 से बकिंघम पैलेस में मुलाकात की और संसद भंग करने का आग्रह किया। सदन की 650 सीटों के लिए चुनाव सात मई को होने वाले हैं। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि नौ अप्रैल है।

स्काई न्यूज के सर्वेक्षण के मुताबिक, लेबर पार्टी को 279, स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) को 52, लिबरल डेमोक्रेट्स को 16, यूके इंडिपेंडेंट पार्टी (यूकेआईपी) को दो तथा अन्य को 23 सीटें मिलने की संभावना है।

संडे टाइम्स के सर्वेक्षण के मुताबिक लेबर पार्टी को तीन अंक ज्यादा दिखाया गया, जबकि आईटीवी न्यूज तथा डेली मेल द्वारा जारी सर्वेक्षण के अनुसार, कंजरवेटिव पार्टी का संभावित मत चार अंक बढ़कर 36 फीसदी हो गया है, जबकि लेबर पार्टी का संभावित मत गिरकर 32 फीसदी हो गया है।

प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने डाउनिंग स्ट्रीट से चुनाव प्रचार की औपचारिक तौर पर शुरुआत की।

कैमरन ने संवाददाताओं से कहा, “चुनाव में एक नितांत विकल्प है। अगला प्रधानमंत्री मैं या फिर एड मिलीबैंड होंगे।”

लेबर नेता एड मिलीबैंड ने चुनाव प्रचार की शुरुआत लंदन के ब्लूमबर्ग से की और उन्होंने एक संक्षिप्त घोषणापत्र जारी किया, जिसमें उनकी पार्टी द्वारा व्यापार नीतियों की चर्चा थी।

मिलीबैंड ने चेतावनी देते हुए कहा कि कैमरन ने संसदीय चुनाव में जीत मिलने पर यूरोपीय संघ (ईयू) की सदस्यता को लेकर वर्ष 2017 के अंत में जनमत संग्रह कराने का वादा किया है, जिसके कारण दो वर्षो तक एक अभियान चलेगा, और इन दो वर्षो की अनिश्चितता से ब्रिटेन में आने वाला निवेश थम जाएगा।

लेबर पार्टी इस भय का इस्तेमाल कर कारोबारी नेताओं को भड़काने की संभावना के तौर पर देख रही है, ताकि वे मिलीबैंड की नीतियों पर गौर करे।

वहीं उप प्रधानमंत्री निक क्लेग ने कहा कि लिबरल डेमोक्रेट्स संघ को छोड़ने की संभावनाओं के साथ कभी खिलवाड़ नहीं करेगी।

‘गुड मॉर्निग ब्रिटेन’ में यूकेआईपी नेता निगेल फारेग ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव नहीं जीतेगी, लेकिन सरकार के गठन में उसकी भूमिका निर्णायक होगी।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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