Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बुंदेलखंड में अकाल की आशंका : योगेंद्र यादव

Published

on

Loading

झांसी। स्वराज अभियान के राष्ट्रीय संयोजक योगेंद्र यादव ने यहां रविवार को कहा कि सूखे के चलते बुंदेलखंड की हालत भयावह है और समय रहते प्रयास नहीं किए गए, तो इस इलाके में सूखा अकाल में बदल जाएगा। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के हालात को लेकर सामाजिक संगठनों, किसान संगठनों और बुद्धिजीवियों से ‘संवाद’ करते हुए यादव ने कहा कि उन्होंने तेलंगाना, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान की यात्रा की है। उन्होंने पाया है कि सबसे बुरे हालात उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुंदेलखंड के हैं। अगर समय रहते प्रयास नहीं किए गए तो यहां सूखा अकाल में बदल जाएगा।

यादव ने आगे कहा कि बुंदेलखंड का सच जानने के लिए स्वराज अभियान और परमार्थ संस्थान मिलकर वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने जा रहे हैं। इसके लिए सामाजिक कार्यकर्ता दो सौ गांव में पहुंच कर आकलन करेंगे और रिपोर्ट दिवाली से पहले आ जाएगी। बाद में सर्वेक्षण रिपोर्ट मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सौंपी जाएगी। साथ ही इस क्षेत्र को अकाल से बचाने के लिए अहम सुझाव भी दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि उनके आंदोलन का मकसद किसी सरकार की आलोचना करना नहीं है, वे तो अकाल को रोकना चाहते हैं। यादव ने कहा कि कर्मचारियों को सातवां वेतनमान दिए जाने की तैयारी है, मगर किसानों के लिए पहला आयोग कब बनेगा, यह सवाल बना हुआ है। किसान आज भी सरकारों की प्राथमिकता सूची में अंतिम पायदान पर हैं, जो चिंता का विषय है।

इस मौके पर उपस्थित परमार्थ संस्थान के प्रमुख और जल-जन जोड़ो अभियान के संयोजक संजय सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड को अकाल से उबारने की चुनौती है, यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वह मिलकर काम करें। 26 अक्टूबर को सौ से अधिक स्वैच्छिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं को सूखे के आकलन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये प्रशिक्षित लोग बुंदेलखंड की 28 तहसीलों के सभी गांवों में पहुंचेंगे। बताया गया है कि सूखा के आकलन के दौरान मुख्य तौर पर पेयजल समस्या, जानवरों के लिए चारा, पलायन की स्थिति और सूखे से सामाजिक बदलाव पर विशेष जोर रहेगा।

प्रादेशिक

राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

Published

on

Loading

दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

Continue Reading

Trending