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अन्तर्राष्ट्रीय

‘बियांकी को फेरारी में राएकोनेन की जगह मिली होती’

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मारानेलो (इटली)| फेरारी फार्मूला वन टीम के पूर्व अध्यक्ष लुका दी मोंटेजेमालो का कहना है कि मरहूम एफ-1 चालक जूल्स बियांकी को फेरारी टीम में किमी राएकोनेन का स्थान मिल सकता था। वर्ष 2014 में जापान के सुजुका सर्किट में आयोजित जापानी पग्रां प्रिक्स के दौरान कार के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण सिर पर लगी चोट के कारण बियांकी कोमा में चले गए थे। नौ महीने कोमा में रहने के बाद बीते शुक्रवार को बियांकी ने अंतिम सांस ली।

बियांकी का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके गृहनगर नीस में कर दिया गया। उनकी मौत के बाद एफ-1 को नियंत्रित करने वाली संस्था ने चैम्पियनशिप से 17 नम्बर की कार को हमेशा के लिए रिटायर कर दिया। बियांकी दुर्घटना के दिन 17 नम्बर की कार पर सवार थे।

मोंटेजेमालो ने कहा कि बियांकी एक प्रतिभाशाली चालक थे और उनका भविष्य काफी उज्जवल था। बकौल मोंटेजेमालो, “हमने बियांकी को भविष्य के चालक के तौर पर चुना था। जैसे ही राएकोनेन के साथ हमारा करार समाप्त होता, हम उनके साथ करार करते। वह एक लिहाज से फेरारी परिवार का हिस्सा थे। सुजुका की घटना ने हमसे एक निश्चित भविष्य वाला चालक छीन लिया।”

अन्तर्राष्ट्रीय

इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- दुःख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर शोक जताया है। इब्राहिम रईसी की रविवार को को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैयद इब्राहिम रायसी के निधन से मुझे गहरा दुख और सदमा लगा है। भारत-ईरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। दुख की इस घड़ी में भारत ईरान के साथ खड़ा है।

बता दें कि अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को राष्ट्रपति का विमान क्रैश हो गया था। इसके बाद ईरान की सेना ने हेलीकॉप्टर की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसमें विमान का मलबा मिल गया। हालांकि, दुर्घटनास्थल पर जीवन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राष्ट्रपति रईसी के जीवित होने की उम्मीदें न के बराबर हैं।

बता दें कि अजरबैजान के जंगल में खराब मौसम की वजह से इब्राहिम रईसी के विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ईरान की जांच एजेंसियों को विमान का मलबा मिला। इसके बाद ईरानी मीडिया ने हेलीकॉप्टर हादसे में राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की मौत की पुष्टि की। ईरानी रेड क्रिसेंट प्रमुख ने बताया कि बचाव टीमें दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। इस हादसे में विमान का पूरा केबिन जलकर राख हो गया, जिसमें किसी के जिंदा होने के निशान नहीं मिले हैं। इस बीच ईरानी न्यूज एजेंसी ने बताया कि हादसे में किसी के बचने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि राष्ट्रपति का चॉपर पूरी तरह से तबाह हो गया।

ईरान के प्रेस टीवी के अनुसार, रेस्क्यू दल ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया है। दुर्घटनास्थल पर किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं मिला है। आपको बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पूर्वी अजरबैजान के दौरे गए थे। वे अपने विमान से राजधानी तेहरान लौट रहे थे, तभी उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान देश की सीमा से सटे जुल्फा शहर के पास हादसा हो गया। उनके साथ हेलीकॉप्टर में विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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