Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

निर्वाचन आयोग को गतिशील, पारदर्शी बनाएंगे : नसीम जैदी

Published

on

नई-दिल्ली,डॉ-नसीम-जैदी,निर्वाचन,एच-एस-ब्रह्मा,स्वतंत्रता,पारदर्शिता,पेशेवराना,समावेशी,आईएएस

Loading

नई दिल्ली | डॉ. नसीम जैदी ने देश के 20वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त का पदभार संभाल लिया। इस अवसर पर डॉ. जैदी ने कहा कि वह निर्वाचन आयोग को अधिक गतिशील और पारदर्शी बनाना चाहेंगे। उन्होंने एच.एस. ब्रह्मा का स्थान लिया है। एच.एस. ब्रह्मा अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद शनिवार को सेवानिवृत्त हुए हैं।

पदभार संभालने के बाद डॉ. जैदी ने संवाददाताओं से कहा कि निर्वाचन आयोग स्वतंत्रता, पारदर्शिता, पेशेवराना, समावेशी और अनुकूलता के सिद्धांतों के आधार पर 10-15 वर्षो की रणनीतिक योजना तैयार करेगा। यह योजना चहुंमुखी सांस्थानिक मजबूती, मतदाता शिक्षा और कारगर निर्वाचन प्रक्रिया पर आधारित होगी। जैदी ने कहा, “इस बेहतरीन संस्था की जिम्मेदारी और नेतृत्व पाकर मैं बेहद गौरवान्वित और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह शानदार संस्था भारतीय संविधान ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए उपलब्ध कराई है। मुझे भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त बेहतरीन संस्थानों में से एक का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी गई है। मुझे मालूम है कि मेरे कंधों पर एक मुश्किल काम की जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं कि यह कार्य बहुत बोझिल है। निरंतरता आयोग के कामकाज की मुख्य पहचान है, इसलिए अपने पूर्ववर्ती मुख्य निर्वाचन आयुक्तों के उत्कृष्ट कार्यो से बनी इस संस्था को और मजबूत बनाने की उम्मीद करता हूं। मैं सभी हितधारकों और लोगों की आशा पूरी करने की कोशिश करूंगा।

जैदी ने कहा, “हमने आसान-सा दृष्टिकोण बनाया है : त्रुटिमुक्त और प्रामाणिक मतदाता सूची के साथ समावेशी ढंग से मतदाताओं की सर्वोच्च भागीदारी पर आधारित स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव।”  निर्वाचन आयोग मतदाता केंद्रित गतिविधियों पर ध्यान देगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, “मैं निर्वाचन आयोग को अधिक गतिशील, पारदर्शी और जवाबदेह संगठन बनाने के लिए काम करूंगा जो नए विचारों और बेहतरीन परिपाटियों को प्राप्त करने के लिए हर समय तैयार हो। आयोग सुशासन पर आधारित अपने मार्गदर्शक सिद्धांत तैयार करेगा।” जैदी इससे पहले सात अगस्त, 2012 से निर्वाचन आयोग में चुनाव आयुक्त रहे। निर्वाचन आयोग में आने से पहले डॉ. जैदी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के लोक सेवक के रूप में लंबे समय तक देश सेवा की। वह 1976 बैच के अधिकारी हैं।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

Published

on

Loading

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

Continue Reading

Trending