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दिल्ली में नहीं खत्म हुई डॉक्टरों की हड़ताल, सरकार ने लगाया एस्मा

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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने रेजिडेंट डॉक्टरों के काम पर नहीं लौटने पर ‘एस्मा’ लगा दिया है। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण राष्ट्रीय राजधानी में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी मेडिकल सेवा ठप रही। सुबह कई अस्पतालों में हालत इतनी बिगड़ गई थी कि तीमारदारों का हंगामा भी हुआ। जिसके बाद हड़ताल पर गए डॉक्टरों पर काम पर लौटने का आवश्यक कानून एस्मा लगाया गया, लेकिन अब भी गतिरोध बना हुए है।

दिल्ली सरकार ने मंगलवार को सरकारी अस्पतालों के हड़ताली रेजीडेंट डॉक्टरों को काम पर लौटने और ऐसा न करने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी थी। डॉक्टरों ने हालांकि हड़ताल खत्म करने से इंकार कर दिया। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सरकार ने डॉक्टरों को चेतावनी दी थी कि अगर वे मंगलवार सुबह 11 बजे तक काम पर नहीं लौटे, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम जब सभी मांगे मानने के लिए तैयार हैं, तो हड़ताल का कोई औचित्य नहीं है।”

बाद में मांगें मानी जाने के बाद भी हड़ताल न टूटने पर डॉक्टरों पर एस्मा लगाने की घोषणा कर दी गई। उल्लेखनीय है कि डॉक्टरों ने फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्र्ट्स एसोसिएशन (फोर्डा) के आह्वान पर काम पर लौटने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक मांगे लागू नहीं होतीं, वे काम पर नहीं लौटेंगे। फोर्डा दिल्ली के 25 सरकारी अस्पतालों का एक संगठन है।

हड़ताल न तोड़ने पर डॉक्टरों की ओर से कुछ तर्क आए हैं। वरिष्ठ रेजीडेंट डॉक्टर और फोर्डा सदस्य प्रदीप कुमार ने बताया, “सरकार द्वारा हमें कार्रवाई की चेतावनी दिए जाने के बावजूद फिलहाल यह हड़ताल खत्म नहीं होने वाली। हमें पूर्व में भी हमारी मांगों के संबंध में यही आश्वासन दिए गए थे, लेकिन एक भी मांग पूरी नहीं हुई।” उन्होंने कहा, “अगर सरकार 20,000 रेजीडेंट डॉक्टरों को निलंबित कर सकती है, तो करे। सरकार को रेजीडेंट डॉक्टरों की अनुपस्थिति की वजह से होने वाली दुश्वारियां समझनी चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के 25 सरकारी अस्पतालों के 20 हजार से अधिक रेजीडेंट डॉक्टर सोमवार को जीवनरक्षक दवा की उपलब्धता, कार्यस्थल पर सुरक्षा, काम के तय घंटे और समय से वेतन देने की मांग को लेकर बेमियादी हड़ताल पर चले गए।

प्रादेशिक

बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस का फंदे से लटकता मिला शव, वाट्सएप पर लगाया था ऐसा स्टेटस

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भागलपुर। बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस अन्नपूर्णा उर्फ अमृता पांडेय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई मरने से पहले अमृता पांडे ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा है कि दो नाव पर सवार है उसकी जिंदगी…हमने अपनी नाव डूबा कर उसकी राह को आसान कर दिया। अमृता के इस स्टेटस से कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने सुसाइड किया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा।

परिवार वालों ने बताया कि करीब 3.30 बजे अमृता की बहन उसके कमरे में गई। वहां वह फंदे से लटकी हुई थी। आनन फानन में उसके फंदे से चाकू से काट​कर तत्काल परिवार वाले स्थानीय निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उसे मृत बता दिया गया। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात उन लोगों ने काफी मस्ती की थी। फिर अचानक से क्या हुआ। किसी को समझ नहीं आ रहा। परिजनों ने बताया कि अमृता की शादी 2022 में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी चंद्रमणि झांगड़ के साथ हुई थी। वे मुंबई में एनिमेशन इंजीनियर हैं। अब तक उन लोगों को बच्चे नहीं हैं।

अमृता ने मशहूर भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव समेत कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया है. साथ ही कई सीरियल, वेब सीरज और विज्ञापन में भी काम किया है। बहन के मुताबिक, अमृता कैरियर को लेकर काफी परेशान रहती थी। वह काफी डिप्रेशन में थी। इस वजह से वह इलाज भी करा रही थी। अमृता भोजपुरी फिल्मों के अलावा कुछ वेब सीरीज में काम में रही थी. हाल ही में अमृता की हॉरर वेब सीरीज प्रतिशोध का पहला भाग रीलिज हुआ है।

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