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दिनाकरन पर चुनाव सिम्बल पाने के लिए रिश्वत देने का लगा आरोप, गिरफ्तार

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नई दिल्लीे। दिल्ली् पुलिस की क्राइम ब्रांच ने टीटीवी दिनाकरन के खिलाफ रिश्वत का मामला दर्ज किया  है। दिनाकरन एआईएडीएमके के डिप्टी जनरल सेक्रेटरी है। दिनाकरन पर आरोप है कि उन्होंने एआईएडीएमके चुनाव चिन्ह ‘दो पत्ती ’ को पाने के लिए रिश्वत दी। यह मामला पुलिस को तब पता चला जब सुकेश चंद्रशेखरन पुलिस के हत्थे चढ़ा। पूछताछ में सुकेश की बयान के बाद पुलिस ने यह कदम उठाया।

दिनाकरन के खिलाफ रविवार को एक पांच सितारा होटल से एक बिचौलिए सुकेश चंद्रशेखर की गिरफ्तार के बाद रिश्वत का मामला दर्ज किया गया है।दिनाकरन जेल में बंद वीके शशिकला के नेतृत्व वाले अन्नाद्रमुक के गुट के नेता हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘यह पता चला है कि सुकेश ने दो पत्तियों वाला चुनाव चिह्न अन्नाद्रमुक के इस धड़े को दिलाने में मदद करने के लिए 50 करोड़ रुपए का सौदा किया था। पुलिस ने मामले में सुकेश के पास से 1.30 करोड़ रुपए और दो कारें जब्त की हैं।

उन्होंने कहा कि सुकेश की प्रोफाइल और ईसी अधिकारियों के साथ उसके संबंधों का पता लगाने के लिए पूछताछ की जा रही है। शशिकला के नेतृत्व वाले धड़े और पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने ‘दो पत्ती’ पर दावा किया था जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने अन्नाद्रमुक का यह चुनाव चिह्न सील कर दिया था।

आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद शशिकला के नेतृत्व वाले धड़े ने बाद में ‘हैट’ चुनाव चिह्न चुना था। तमिलनाडु में आरके नगर विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव 12 अप्रैल को होना था लेकिन निर्वाचन आयोग ने इसे रद्द करते हुए कहा था कि पार्टियों ने धन और बाहुबल का इस्तेमाल कर चुनावी प्रक्रिया का गंभीर उल्लंघन किया।

नेशनल

इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति ने वापस लिया नामांकन, बीजेपी में होंगे शामिल

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इंदौर। लोकसभा चुनाव से पहले ही इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। अक्षय कांति के इस फैसले फैसले से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कलेक्टर कार्यालय में जाकर बीजेपी के उम्मीदवार शंकर लालवानी के सामने उन्होंने अपना पर्चा वापस लिया। इस दौरान बीजेपी के नेता रमेश मेंदोला भी साथ थे। इसके बाद में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक मेंदोला के साथ भाजपा कार्यालय के लिए रवाना हो गए। माना जा रहा है कि बम भाजपा की सदस्‍यता लेंगे।

इंदौर कैलाश विजयवर्गीय का गढ़ माना जाता है। विजयवर्गीय इंदौर 1 से विधायक हैं। उन्होंने एक्स पर अक्षय कांति बम की तस्वीर के साथ लिखा, ”इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में बीजेपी में स्वागत है।”

इसके बाद इंदौर सीट पर अब भाजपा के लिए मैदान लगभग साफ हो गया है, उसके सामने निर्दलीय और अन्य दलों के अलावा कोई प्रत्याशी नहीं बचा। नामांकन वापस लेने के बाद अक्षय कांति बम ने कहा कि जब से उन्होंने नामांकन जमा किया था, तब से ही कांग्रेस की ओर से उन्हें कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा था। हालांकि, राजनीतिक गलियारों में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि फॉर्म भरने के बाद से ही कांग्रेस अक्षय कांति पर दबाव बना रही थी।

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