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नेशनल

दक्षिण भारत के प्रवास से दिल्ली लौटे राष्ट्रपति

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हैदराबाद,राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, दक्षिण भारत के 10 दिनों के प्रवास,संयुक्त राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव,अध्यक्ष मधुसूदन चारी

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हैदराबाद | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दक्षिण भारत के 10 दिनों के प्रवास के बाद दिल्ली लौट आए हैं। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के संयुक्त राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने वायुसेना के हाकिमपेट हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति को विदाई दी।

तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष मधुसूदन चारी और विधान परिषद के अध्यक्ष स्वामी गौड़ भी इस दौरान मौजूद थे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 29 जून को यहां पहुंचे थे। इस दौरान वह सिकंदराबाद के बोलारम स्थित राष्ट्रपति निलयम में रहे। अपने प्रवास के दौरान वह आंध्र प्रदेश के तिरुमाला मंदिर और तेलंगाना के यदाधरी मंदिर भी गए थे। इस दौरान उन्होंने हैदराबाद में विभिन्न कार्यक्रमों में भी भाग लिया।

नेशनल

कैंसर से जूझ रहे सीपीआई नेता अतुल कुमार अंजान का निधन, लखनऊ के अस्पताल में ली अंतिम सांस

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लखनऊ। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान का शुक्रवार को निधन हो गया। वो लखनऊ के मेयो अस्पताल में भर्ती थे जहां उनका काफी समय से कैंसर का इलाज चल रहा था। उनकी हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही थी। शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

बता दें कि अतुल अंजान ने अपना राजनीतिक सफर 1977 में शुरू किया था। वह सबसे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे। वह सबसे प्रतिभाशील और सक्रिय कम्युनिस्ट नेताओं में से एक थे।

वह टीवी डिबेट में और कई दूसरे राजनीतिक कार्यक्रमों में लगातार पार्टी का प्रतिनिधित्व करते थे। अपनी राजनीति का लोहा इन्होंने कॉलेज के दिनों से ही मनवा लिया था। छात्र राजनीति में इनके कद का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि अतुल कुमार अंजान 20 साल की उम्र में नेशनल कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष बन गए थे। अतुल कुमार लगातार चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. यूनिवर्सिटी के समय से ही वह लेफ्ट की विचारधारा पर चलते थे।

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