प्रादेशिक
तेदेपा का सम्मेलन शुरू, राष्ट्रीय स्तर पर जाने की कवायद
हैदराबाद। तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) तीन दिवसीय सम्मेलन बुधवार को हैदराबाद के बाहरी क्षेत्र गंडीपेट में शुरू हुआ। इस सम्मेलन का उद्देश्य तेदेपा को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना है। तेदेपा के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने दीप प्रज्जवलित कर, पार्टी का ध्वज फहराकर और पार्टी के संस्थापक एन.टी.रामाराव को श्रद्धांजलि अर्पित कर पार्टी के 34वें सम्मेलन का उद्घाटन किया।
उन्होंने इस अवसर पर एक चित्र प्रदर्शनी और रक्तदान शिविर का भी उद्घाटन किया। उद्घाटन सत्र में पिछली ‘महानाडु’ से लेकर अबतक दोनों राज्यों में मारे गए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी गई। इस सम्मेलन में केंद्र सरकार के मंत्री, आंध्र प्रदेश के मंत्री और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के सांसदों और विधायकों सहित पार्टी के शीर्ष नेता और 60 हजार प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद अपने तरह के पहले सम्मेलन ‘महानाडु’ में तेदेपा को एक क्षेत्रीय पार्टी से राष्ट्रीय पार्टी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रस्ताव पारित करने की तैयारी है। इस सम्मेलन में आंध्र प्रदेश में तेदेपा सरकार के प्रदर्शन का जायजा लिया जाएगा और तेलंगाना में पार्टी की स्थिति मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी।
तेदेपा केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार की साझेदार है। पार्टी इस सम्मेलन में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लिए दो अलग समितियों के गठन की भी संभावना है। इस सम्मेलन में चंद्रबाबू नायडू के बेटे एन.लोकेश आकर्षण का केंद्र हैं। ऐसी संभावना है कि इन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। उद्घाटन समारोह में अभिनेता एनटीआर के बेटे -हरिकृष्ण और बालकृष्ण भी चर्चा का केंद्र रहे।
पार्टी ने सम्मेलन के लिए व्यापक तैयारियां की है। तेदेपा नेताओं ने कहा कि लू की वजह से पीने के पानी की आपूर्ति के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रतिनिधियों के लिए तेलंगाना, रायलसीमा और आंध्र क्षेत्रों से 34 से अधिक शाकाहारी व्यंजन परोसने की व्यवस्था की गई है। ‘महानाडु’ में चुनावी वादे पूरे करने, आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने के कांग्रेस नेतृत्व वाली पूर्व संप्रग सरकार के वादे को पूरा करने, पोलावरम, प्रनहिता और चेवल्ला परियोजनाओं को राष्ट्रीय दर्जा देने और आंध्र प्रदेश की नई राजधानी के निर्माण पर चर्चा की जाएगी।
पार्टी 34 प्रस्ताव पेश कर सकती है, जिसमें से 21 आंध्र प्रदेश के लिए और 13 तेलंगाना के लिए हैं। आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद 175 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 102 सीटें जीतकर तेदेपा द्वारा सरकार बनाने के बाद यह पहला ‘महानाडु’ सम्मेलन है। नई तेलंगाना विधानसभा में 15 सीटें जीतकर तेदेपा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों राज्यों में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने वाली पार्टी के रूप में उभरी है।
तेदेपा पड़ोसी राज्यों तमिलनाडु और कर्नाटक में भी अपना विस्तार कर रही है। पार्टी अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में पहले से ही कामकाज कर रही है। लोकप्रिय तेलुगू अभिनेता एनटीआर ने 1982 में ‘तेलुगू के आत्मसम्मान’ के नारे के साथ तेदेपा पार्टी शुरू की थी और पार्टी ने आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के एकछत्र राज को समाप्त कर सत्ता में आने के नौ महीनों के भीतर ही रिकॉर्ड बनाए थे। चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में पार्टी में विद्रोह होने और उनके मुख्यमंत्री बनने के कुछ ही महीनों बाद एनटीआर की जनवरी 1996 में मौत हो गई। तेदेपा हर साल इस सम्मेलन का आयोजन करती है और संयोग से इसी दिन एनटीआर की जयंती भी होती है।
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गोयल इंस्टीट्यूट के छात्रों ने स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट कला विधि से बनाया पीएम मोदी का पोर्ट्रेट
लखनऊ। गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हाईयर स्टडीज महाविद्यालय लखनऊ के ललित कला विभाग के छात्रों ने 30 फीट के आकार में स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट की कला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोर्ट्रेट बनाया।
यह दृश्य कला की नई विधा में धागे से बना पोर्ट्रेट अपने आप में खास है। इसे बनाने में कुल 30 घंटे का समय लगा। जिसमें धागे का वजन लगभग 15 किलो तथा उस धागे की कुल लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। छात्रों ने बताया कि चित्र के आकार में इस प्रकार की कला में यह अब तक का सबसे बड़ा आर्टवर्क है जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ द रिकॉर्ड तथा गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रस्तावित है।
आठ छात्रों की टीम (ब्रेकअप टीम) का नेतृत्व बाराबंकी स्थित अमोली कला, रामनगर निवासी देवाशीष मिश्रा द्वारा किया गया। टीम के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों में अभिषेक महाराणा, आदर्श शांडिल्य, लारैब कमाल खान, अभय यादव, सानिध्य गुप्ता, आरुषि अग्रवाल व कृतिका जैन का नाम शामिल है। इसका संचालन डॉक्टर संतोष पांडेय, प्राचार्य गोयल इंस्टीट्यूट आफ हायर स्टडीज महाविद्यालय ने किया। निरीक्षण श्रीमती शिखा पांडेय वह राकेश प्रभाकर द्वारा किया गया। इसमें ललित कला विभाग के प्राध्यापकों व समस्त छात्रों के सहयोग रहा।
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