Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

तमिलनाडु : उथल-पुथल भरा रहा यह साल

Published

on

Loading

चेन्नई| तमिलनाडु के लिए वर्ष 2014 बेहद उथल-पुथल भरा रहा। अदालत के फैसले राज्य में कई परिवर्तनों के कारण बने। कुछ फैसलों से प्रदेश के कई धुरंधरों के राजनीतिक भविष्य पर अनिश्चितता का बादल मंडराया।

राज्य की राजनीति को सबसे तगड़ा झटका अदालत द्वारा भ्रष्टाचार के एक मामले में मुख्यमंत्री को दोषी ठहराने से लगा, परिणामस्वरूप आनन-फानन में पार्टी के नेता ओ.पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया गया।

सर्वोच्च न्यायालय ने मुल्लापेरियार मामले में फैसला तमिलनाडु के पक्ष में दिया। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) से एम.के.अलागिरी की विदाई हुई, तो कांग्रेस छोड़ने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जी.के.वासन ने ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम  का गठन किया।

इसी वर्ष लोगसभा चुनाव में राज्य की 39 में से 37 सीटें जयललिता की पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने जीतीं और वायको की अगुवाई वाली एमडीएमके श्रीलंका नीति पर भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार से अलग हो गई।

मद्रास विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर रामू मणिवन्नन ने कहा, “यह वर्ष राज्य के राजनीतिक परिदृश्य के लिए बेहद उथल-पुथल भरा रहा। राजनीति में अभिनेताओं के भविष्य पर अनिश्चितता दिखी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में राष्ट्रीय पार्टी के रूप में कांग्रेस की जगह ले ली।”

आय से अधिक संपत्ति मामले में मुख्यमंत्री जयललिता को चार वर्षो की सजा सुनाई गई और उनपर सौ करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। जयललिता को सजा भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम तथा भारतीय दंड संहिता के तहत हुई।

हालांकि बाद में सर्वोच्च न्यायालय से जयललिता को जमानत मिल गई।

यह जयललिता के लिए किसी बेहद बड़े झटके से कम नहीं था। एक तरफ लोकसभा चुनाव में भारी विजय तथा मुल्लापेरियार बांध में जलस्तर को बढ़ाने के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से उन्हें खुशी मिली, तो दूसरी तरफ राजनीतिक कैरियर ही दांव पर लग गया।

उल्लेखनीय है कि बीते पांच मई को सर्वोच्च न्यायालय का फैसला तमिलनाडु के पक्ष में आया, जिसमें मुल्लापेरियार बांध में जलस्तर को 136 फीट से बढ़ाकर 142 फीट करने की इजाजत दी गई।

वहीं दूसरी पार्टियों की ओर रुख करें, तो वर्ष की शुरुआत में डीएमके नेताओं की आलोचना करने तथा पार्टी को बदनाम करने के आरोपों के तहत पार्टी नेता तथा पार्टी अध्यक्ष एम.करुणानिधि के पुत्र अलागिरी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

उल्लेखनीय है कि आम चुनाव में डीएमके तथा उसकी गठबंधन सहायक पार्टी कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई।

कांग्रेस की इस बड़ी हार के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जी.के.वासन पार्टी से अलग होकर अपनी जमीन बनाने के तहत नवंबर में अपनी नई पार्टी बनाई।

वर्ष के अंत में वाइको के नेतृत्व वाली एमडीएमके केंद्र सरकार की श्रीलंका नीतियों का विरोध करते हुए राजग सरकार से अलग हो गई।

मणिवन्नन ने कहा, “राज्य का राजनीतिक परिदृश्य निरंतर परिवर्तनशील है। यह संक्रमण के दौर से गुजर रहा है और वर्ष 2016 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले नया राजनीतिक परिदृश्य सामने आ सकता है।”

क्लब, होटलों, कंपनियों व अन्य संगठनों में धोती पहनकर जाने से रोक लगाने के खिलाफ सरकार द्वारा दो कानून बनाए गए।

आम आदमी की बात करें तो दूध, बिजली तथा अन्य चीजों में महंगाई से उनका जीना थोड़ा मुश्किल हुआ।

राज्य में वर्ष 2014 में हुई अन्य घटनाएं :

– भाजपा तथा कांग्रेस को नया प्रदेश अध्यक्ष मिला।

– वर्ष 2014 में कोंबाकोनम में एक स्कूल में हुई गोलीबारी में 10 लोगों को दोषी ठहराया गया। इस घटना में 94 बच्चे मारे गए थे, जबकि 18 घायल हुए थे।

– निर्माणाधीन अपार्टमेंट गिरने से 60 लोग मरे।

-ग्रेनाइट घोटाले की जांच मद्रास उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार की इच्छा के खिलाफ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी यू.सगायम को सौंपा।

– राज्य सरकार ने वर्ष 2015 में एक वैश्विक निवेशक बैठक की घोषणा की।

उत्तर प्रदेश

कन्नौज में बोले सीएम योगी- उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे

Published

on

Loading

कन्नौज। देश में तीन चरणों के मतदान संपन्न हो चुके हैं। चौथे चरण में सोमवार को वोट डाले जाएंगे। इसके लिए सभी पार्टियां जी जान से चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं। इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कन्नौज में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश और इस राज्य की जनता ने अपना मन बना लिया है। हम उत्तर प्रदेश की 80 में से 80 सीटों पर कमल का फूल खिलाएंगे और उसकी माला बनाकर माननीय प्रधानमंत्री के गले में पहनाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने देश में 400 से भी ऊपर सीटें जीतने का दावा किया।

उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि ये नया भारत केवल बोलता ही नहीं है करके दिखाता है। भाजपा ने कहा था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। तब समाजवादी पार्टी के लोग रामभक्तों पर गोलियां चलाते थे। बोलते थे परिंदा भी पर नहीं मार सकता लेकिन हमने आज मंदिर वहीं बनाकर दिखाया है। 500 सालों बाद इस वर्ष पहली बार प्रभु श्री राम ने अयोध्या की इस पावन धरती पर होली भी खेली और अपना जन्मदिन भी मनाया है। पहली बार भगवान राम का सूर्य तिलक भी हुआ है। ये अद्भुत घटनाएं भारत में कभी-कभी होती है और हम सौभाग्यशाली है जो इन घटनाओं को अपनी आंखों के सामने होते हुए देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वे कन्नौज से चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं कि इंडी गठबंधन को यहां प्रत्याशी नहीं मिल रहा था। सपा अध्यक्ष कह रहे हैं कि सेवा करना चाहता हूं। जब मौका था, तब कन्नौज के इत्र में बदबू फैलाने का काम कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अखिलेश से कन्नौज के लड़ने का कारण बताया। सीएम योगी ने कहा, उम्मीदवार ढूंढे नहीं मिल रहे थे, तो उन्होंने खुद दांव आजमा लिया। पहले को टिकट दिया, फिर उसका टिकट काट दिया, दूसरे को दिया तो वह मैदान छोड़कर भाग गया। तीसरे की घोषणा की तो वह मना कर दिया। जब कोई नहीं मिला तो खुद लड़ने चले आए।

योगी ने कहा, जब मौका मिला तब बदबू फैला रहे थे। हर दूसरे दिन यूपी में दंगा कराते थे। इनके शासन में बेटियों-व्यापारियों की सुरक्षा से खिलवाड़ होता था। गरीबों के हकों पर डकैती पड़ती थी। मुख्यमंत्री आवास बुलाकर दंगाइयों का महिमामंडन करते थे, लेकिन अब नए भारत का नया उप्र दंगाइयों व कर्फ्यू लगाने वालों से कैसे निपटता है, यह आप भी देख रहे होंगे। सीएम योगी ने कहा कि नए भारत में सुरक्षा, गरीब कल्याण, विकास, विरासत और आस्था का सम्मान है। सपा रामभक्तों पर गोली चलाती थी, आतंकियों के मुकदमे वापस लेती थी और भाजपा राम मंदिर बनवाती है। आपने वोट देकर भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली व लखनऊ सरकार को चुना है, इसलिए आपके योगदान की बदौलत अयोध्या में 500 वर्ष के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है।

Continue Reading

Trending