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प्रादेशिक

उप्र में ठंड बढ़ी, कोहरे से जनजीवन प्रभावित

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और सूबे के अन्य हिस्सों में ठंड और कोहरे से जनजीवन प्रभावित हुआ है। गुरुवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने का अनुमान जताया है। उप्र मौसम विभाग के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने बताया कि राजधानी लखनऊ सहित अधिकांश हिस्सों में तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। अगले 24 घंटों के दौरान तापमान में और गिरावट आने की सम्भावना है।

उन्होंने बताया कि दिन में कुछ जिलों में आंशिक तौर पर बादल भी छाए रहने का अनुमान है।

मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए जाने की उम्मीद है।

लखनऊ के अलावा शुक्रवार को वाराणसी का न्यूनतम तापमान 6़ 1 डिग्री, कानपुर का 5़ 8 डिग्री, इलाहाबाद का 6़ 7 डिग्री और गोरखपुर का सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

इस बीच कोहरे की वजह से कई रेलगाड़ियों के परिचालन पर असर पड़ा है। दिल्ली से लखनऊ आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस अपने नियत समय से कई घंटे की देरी से पहुंची। इसके अलावा लखनऊ और कानपुर होकर बिहार जाने वाली लगभग एक दर्जन रेलगाड़ियां भी कोहरे की वजह से प्रभावित हुई हैं।

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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