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मुख्य समाचार

जीएसटी विधेयक पास होकर रहेगा : जावड़ेकर

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लखनऊ। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को यहां कहा कि कांग्रेस के विरोध के बावजूद वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर संविधान संशोधन विधेयक संसद से पास होकर रहेगा। जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कारण ही संसद के मानसून सत्र में कोई कामकाज नहीं हो पाया।

जावड़ेकर ने यहां भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में कहा, “मानसून सत्र में राज्यसभा में तो कोई काम ही नहीं हुआ। इसके लिए कांग्रेस और कम्युनिस्ट जिम्मेदार हैं। कांग्रेस ने पहले निर्णय लिया कि सत्र नहीं चलने देंगे, उसके कारण बाद में ढूंढ़े। यही कारण है कि सुषमा स्वराज के खिलाफ उनका गुब्बारा फट गया और मध्य प्रदेश व राजस्थान के विषय भी असफल साबित हुए।” उन्होंने कहा, “कांग्रेस जीएसटी विधेयक का विरोध कर रही है, किन्तु हम इसे पास कराकर रहेंगे। जीएसटी विधेयक को कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों का समर्थन है। पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम इस विधेयक को संसद में पेश कर चुके हैं, अब कांग्रेसी अपने ही विधेयक का विरोध कर रहे हैं। इन्हीं स्थितियों के मद्देनजर देश भर में भाजपा कांग्रेस को बेनकाब करेगी।”

गौरतलब है कि संप्रग सरकार के समय में जब यह विधेयक संसद में पेश किया गया था तो भाजपा ने इसका विरोध किया था। जावड़ेकर ने इस पर कहा, “उस समय राज्यों में सहमति नहीं थी। इसलिए पार्टी ने विरोध किया था। अब सहमति बना ली गई है।” जीएसटी विधेयक पारित करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अभी सत्रावसान नहीं हुआ है, इसलिए विशेष सत्र की संभावना से इनकार नहीं है।

जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व सत्ता में इंदिरा परिवार से इतर कुछ भी स्वीकार करने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द किए जाने के बाद सत्ता किसी और को देने के स्थान पर उन्होंने आपात काल लगा दिया था। उन्होंने कहा, “वे 25 सांसदों के निलंबन पर शोर मचाते हैं, पर भूल जाते हैं कि आपातकाल के दौरान सैकड़ों सांसद गिरफ्तार कर लिए गए थे। पी.वी. नरसिम्हा राव इंदिरा परिवार की इच्छा के बिना प्रधानमंत्री बने तो उनके शव तक को कांग्रेस मुख्यालय नहीं लाया गया।”

उन्होंने कहा भूमि अधिग्रहण विधेयक में नौ संशोधन स्वीकार हो चुके हैं। अब भी हम सबकी सुनने को तैयार हैं। अभी दोनों सदनों की समिति की रपट आनी बाकी है। कांग्रेस इसका भी अनावश्यक विरोध कर रही है, क्योंकि वह देश की तरक्की रोकना चाहती है। नोएडा के पूर्व मुख्य अभियंता यादव सिंह के भ्रष्टाचार के मामले पर जावड़ेकर ने कहा कि वित्तमंत्री अरुण जेटली ने यादव सिंह को क्लीन चिट नहीं दी है। इस मामले की निष्पक्ष सीबीआई जांच होगी। इस मामले में जो भी जांच के दायरे में आएगा, उसे बेनकाब किया जाएगा।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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