Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

जाट आंदोलन से पहले हरियाणा में हाई अलर्ट

Published

on

जाट आंदोलन, विरोध-प्रदर्शन, अपराध प्रक्रिया संहिता, धारा 144 ,

Loading

चंडीगढ़ | आरक्षण की मांग को लेकर जाट समुदाय द्वारा 20 मार्च को संसद के बाहर किए जाने वाले विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी से सटे हरियाणा के कई जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। अधिकारियों ने दिल्ली की ओर बढ़ रहे जाट समुदाय के प्रदर्शनकारियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए शनिवार को अपराध प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी।

जाट आंदोलन, विरोध-प्रदर्शन, अपराध प्रक्रिया संहिता, धारा 144 ,

राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि झज्जर, हिसार और रोहतक में जिला प्रशासन ने शनिवार को निषेधाज्ञा लागू कर दी है।

झज्जर जिले में अधिकारियों ने इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जाट प्रदर्शनकारियों को ट्रैक्टर-ट्रालियों में दिल्ली जाने से रोकने के आदेश जारी किए हैं।

इसके अलावा पेट्रोल पंप मालिकों से 21 मार्च तक ट्रैक्टर/ट्रालियों को 10 लीटर से अधिक तेल न देने के लिए कहा गया है। विभिन्न जिलों में पुलिस अधिकारी और लोक प्रशासन अधिकारी अर्धसैनिक बलों के साथ बैठकें कर रहे हैं।

जाट समुदाय ने राज्य की भाजपा सरकार पर उनके विरोध-प्रदर्शन को ‘साजिशन’ कमजोर करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा था कि वे पूरे राज्य में अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखेंगे और 20 मार्च को राजधानी दिल्ली की घेरेबंदी भी करेंगे।

जाट नेताओं और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच शुक्रवार को दिल्ली में बैठक होनी थी, लेकिन हो नहीं सकी। जाट नेताओं ने खट्टर और उनकी सरकार पर जाट समुदाय से किए गए वादे से पीछे हटने का आरोप लगाया है।

वहीं मुख्यमंत्री खट्टर ने आरोप लगाया है कि जाट नेता बातचीत करने से भाग रहे हैं और वह जाट नेताओं से बातचीत के लिए तैयार हैं।

जाट नेता यशपाल मलिक ने रोहतक में पत्रकारों से शुक्रवार को कहा था कि भाजपा सरकार जाट नेताओं को गुमराह कर जाट आंदोलन को कमजोर करने की साजिश कर रही है।

उन्होंने कहा कि खट्टर शुक्रवार को जाट नेताओं से बिना मिले ही दिल्ली से चंडीगढ़ चले आए। यह बैठक हरियाणा सरकार के वरिष्ठतम मंत्री राम बिलास शर्मा ने गुरुवार को पानीपत में इस बैठक की घोषणा की थी।

29 जनवरी से शुरू हुए जाट आंदोलन के शनिवार को 49 दिन हो गए। इससे पहले जाट नेताओं ने वरिष्ठ अधिकारियों की पांच सदस्यीय समिति से मुलाकात की थी, लेकिन इस मुलाकात का कोई नतीजा नहीं निकला।

ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति (एआईजेएएसएस) ने इससे पहले घोषणा की थी कि जाट समुदाय अपने आंदोलन की तीव्रता बढ़ाते हुए 20 मार्च को दिल्ली में प्रदर्शन करेगा।

जाट नेताओं ने कहा था कि वे सात तरफ से दिल्ली में प्रवेश मार्गो का घेराव करेंगे और संसद परिसर में विरोध-प्रदर्शन करेंगे।

 

प्रादेशिक

गोयल इंस्टीट्यूट के छात्रों ने स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट कला विधि से बनाया पीएम मोदी का पोर्ट्रेट

Published

on

Loading

लखनऊ। गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ़ हाईयर स्टडीज महाविद्यालय लखनऊ के ललित कला विभाग के छात्रों ने 30 फीट के आकार में स्ट्रिंग पोर्ट्रेट थ्रेड आर्ट की कला से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोर्ट्रेट बनाया।

यह दृश्य कला की नई विधा में धागे से बना पोर्ट्रेट अपने आप में खास है। इसे बनाने में कुल 30 घंटे का समय लगा। जिसमें धागे का वजन लगभग 15 किलो तथा उस धागे की कुल लंबाई लगभग 45 किलोमीटर है। छात्रों ने बताया कि चित्र के आकार में इस प्रकार की कला में यह अब तक का सबसे बड़ा आर्टवर्क है जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ द रिकॉर्ड, इंटरनेशनल बुक ऑफ द रिकॉर्ड तथा गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रस्तावित है।

आठ छात्रों की टीम (ब्रेकअप टीम) का नेतृत्व बाराबंकी स्थित अमोली कला, रामनगर निवासी देवाशीष मिश्रा द्वारा किया गया। टीम के अन्य महत्वपूर्ण सदस्यों में अभिषेक महाराणा, आदर्श शांडिल्य, लारैब कमाल खान, अभय यादव, सानिध्य गुप्ता, आरुषि अग्रवाल व कृतिका जैन का नाम शामिल है। इसका संचालन डॉक्टर संतोष पांडेय, प्राचार्य गोयल इंस्टीट्यूट आफ हायर स्टडीज महाविद्यालय ने किया। निरीक्षण श्रीमती शिखा पांडेय वह राकेश प्रभाकर द्वारा किया गया। इसमें ललित कला विभाग के प्राध्यापकों व समस्त छात्रों के सहयोग रहा।

Continue Reading

Trending