नेशनल
जंगलराज से मुक्ति का पर्व होगा बिहार चुनाव : मोदी
गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव जंगलराज और अहंकारी व्यक्ति से मुक्ति का पर्व होगा। मोदी ने लोगों से बिहार में फिर जंगलराज नहीं आने देने की अपील की। मोदी, अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव के सिलसिले में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में यहां एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने कहा, “मैं साफ देख रहा हूं कि बिहार की जनता ने दो फैसले कर लिए हैं। पहला फैसला एक आधुनिक नया बिहार बनाने का है। दूसरा फैसला परिवर्तन का है। जिनके जुल्म, अहंकार और धोखाधड़ी को पिछले 25 सालों से झेला है, उससे मुक्त होने का, जंगलराज से मुक्ति का पर्व आने वाला है।” मोदी ने कहा, “गंगाजी तो बहती हैं, लेकिन अगर हम उल्टा लोटा लेकर जाएंगे तो एक बूंद हाथ नहीं लगेगा। उसी तरह दिल्ली की सरकार विकास की गंगा बहाना चाहती है, लेकिन यहां की सरकार लोटा उल्टा कर बैठी है।”
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि ‘जंगलराज’ को फिर से वापस न आने दें। मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को ‘रोज जंगलराज का डर’ करार दिया, जबकि जनता दल (युनाइटेड) को ‘जनता का दमन उत्पीड़न’ बताया। मोदी ने लालू प्रसाद पर तंज कसा, “अब जंगलराज के साथ जेल का अनुभव भी जुड़ गया है। इस कारण अब बर्बादी की संभावना ज्यादा बढ़ गई है।” मोदी ने पांच साल में बिहार को बीमारू राज्य से बाहर निकालने का वादा किया, लेकिन यह भी कहा कि अगर ‘जंगलराज भाग-दो’ आया तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा।
मोदी ने ज्ञानस्थली बोधगया के बारे में कहा, “जिन-जिन देशों में बुद्ध का प्रभाव है, वहां के लोग इस पर्यटक स्थल पर आना चाहते हैं। परंतु परिस्थितिवश यहां नहीं आ पाते।” मोदी ने सवालिया लहजे में कहा, “क्या हमें गया को ऐसा नहीं बनाना चाहिए जिससे दुनिया भर के लोग यहां आएं। इतनी बड़ी संख्या में लोग आएंगे तो क्या यहां गरीबी रहेगी।” मोदी ने बिहार की शिक्षा और बिजली समस्या को लेकर भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा।
बिहार में विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा गठबंधन और राजद-जद(यू) गठबंधन के बीच होने की संभावना है। मोदी की रैली के लिए सुबह से ही गांधी मैदान में भीड़ जमा होने लगी थी। गांधी मैदान में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पूरी जांच की जा रही थी। इस रैली में भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान, रामकृपाल यादव, उपेन्द्र कुशवाहा, राजीव प्रताप रूड़ी, राधामोहन सिंह सहित राजग के कई नेता और जनता दल (युनाइटेड) के कई बागी विधायक उपस्थित रहे।
रैली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी जंगलराज को मुद्दा बनाया और कहा कि बिहार के लोग 15 वर्षों तक जंगलराज का अनुभव कर चुके हैं, और पूरे देश में बिहार बदनाम है। उन्होंने लोगों से केन्द्र सरकार के अनुकूल बिहार में सरकार बनाने की अपील की। शाह ने परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा, “बिहार में नए कारखाने लगें, युवाओं को रोजगार मिले, युवाओं को बाहर न जाना पड़े, राजग सरकार ये सब करना चाहती है। मोदीजी बिहार के हर गांव में बिजली, पानी और रोजगारी पहुंचाना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि आज के ही दिन महात्मा गांधी ने ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ का नारा दिया था और आज हम एकबार फिर ‘बिहार जंगलराज छोड़ो’ का संकल्प लेने की अपील करते हैं। उन्होंने जनता दल (युनाइटेड) के प्रचार अभियान पर पर भी निशाना साधा और कहा कि जद (यू) अपने प्रचार अभियान पर 300 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, जो जनता का पैसा है। शाह ने कहा कि यह पैसा गांव में पेयजल पहुंचाने और विकास के लिए था, परंतु उक्त पैसा प्रचार में खर्च किया जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि बिहार में राजग की सरकार बनेगी तभी यहां का विकास होगा।
नेशनल
रायबरेली में होगी अमेठी से भी बड़ी हार, बीजेपी का राहुल गांधी पर निशाना
लखनऊ। कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी से उम्मीदवार कौन होगा? इसपर सस्पेंस खत्म कर दिया है। पार्टी ने शुक्रवार को नामांकन के आखिरी दिन नई लिस्ट जारी कर इन दोनों सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है। कांग्रेस ने अमेठी से केएल शर्मा को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली से खुद राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद भाजपा ने राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधा है।
उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘राहुल गांधी और गांधी परिवार में अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने का साहस नहीं हो रहा है, लेकिन किसी ने उन्हें (राहुल गांधी) समझाया होगा कि पिछली बार सोनिया गांधी इतने मतों से जीत गई थीं इसलिए आप अमेठी न जाकर रायबरेली चलिए। रायबरेली में राहुल गांधी की अमेठी से भी बड़ी पराजय होने जा रही है। हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़ें नंबर से जीतेंगे ही साथ ही उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे’
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी पहले अमेठी छोड़कर वायनाड भाग गए थे, अब वायनाड छोड़कर रायबरेली आ गए हैं, रायबरेली के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी को लेकर जिस तरह का माहौल बना है, वही कारण है कि कांग्रेस पहले तो तय नहीं कर पा रही थी कि क्या करना चाहिए। पिछली बार राहुल गांधी अमेठी से हार कर केरल की तरफ भागे थे। अब वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए। उत्तर प्रदेश का माहौल मोदीमय हो चुका है। हम पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रहे हैं… रायबरेली की जनता भी उनका(राहुल गांधी) इंतजार कर रही है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बारे में जो भी हल्की बातें कही हैं उसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा।’
-
नेशनल2 days ago
जेल से रिहा हुए बाहुबली धनंजय सिंह, बोले- पत्नी के लिए करूंगा प्रचार
-
नेशनल2 days ago
अगर बीजेपी सत्ता में आई तो गरीबों, आदिवासियों और दलितों से उनके अधिकार छीन लिए जाएंगे : राहुल गांधी
-
मनोरंजन2 days ago
अनुपमा की राजनीति में एंट्री, एक्ट्रेस रुपाली गांगुली ने थामा बीजेपी का दामन
-
नेशनल2 days ago
दिल्ली-एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, बच्चों को वापस भेजा गया घर
-
नेशनल2 days ago
दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी
-
प्रादेशिक2 days ago
सलमान खान फायरिंग मामला: आरोपी अनुज थापन ने पुलिस कस्टडी में की आत्महत्या
-
खेल-कूद2 days ago
स्लो ओवर रेट के चलते मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या पर लगा 24 लाख का जुर्माना
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
देवरिया में डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद के बाद पुजारी की पीट-पीटकर हत्या, इलाके में फैला तनाव