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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन की कंपनी करेगी पाकिस्तानी परियोजना में निवेश

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चीन, पावर कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन, शंघाई, अल मिरकब कैपिटल, इंडोनेशिया,

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इस्लामाबाद| चीन की सरकारी कंपनी ‘पावर कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन’ पाकिस्तान की कोयले से चलने वाली एक ताप बिजली परियोजना में 2.1 अरब डॉलर निवेश करना चाहती है। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया को दी गई। समाचार पोर्टल डॉन ऑनलाइन के मुताबिक, पावर कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन ने शंघाई के शेयर बाजार में एक नियमित सूचना दाखिल कर कहा कि परियोजना में चीन की कंपनी की हिस्सेदारी 51 फीसदी रहेगी। शेष 49 फीसदी हिस्सेदारी कतर की कंपनी अल मिरकब कैपिटल के पास रहेगी।

परियोजना के लिए कोयले का आयात इंडोनेशिया से किया जाएगा। परियोजना के तहत 660 मेगावाट की दो सुपरक्रिटिकल बिजली उत्पादन इकाई बनाई जाएगी। बयान के मुताबिक, यह परियोजना चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा समझौते का हिस्सा है। चीन सरकार और चीन के बैंक अपने देश की कंपनियों को अगले छह साल में पाकिस्तान में ऊर्जा और अवसंरचना परियोजना बनाने के लिए 45.6 अरब डॉलर की ऋण सुविधा दे रहे हैं। बयान के मुताबिक, कोयला आधारित इस परियोजना के लिए 2.085 अरब डॉलर निवेश की जरूरत होगी, जिसमें से 1.6 अरब डॉलर ऋण से जुटाया जाएगा।

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पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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