Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

केंचुआ और कचरे ने कर्ज से उबारा

Published

on

Loading

रायपुर/कांकेर| छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के मेहनती किसान चंद्रशेखर साहू ने यह साबित कर दिखाया कि सच्ची लगन से कोई भी कार्य किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। किसान ने केंचुआ और कचरे से बने जैविक खाद का उपयोग कर फसलों की उपज इतनी बढ़ा ली कि कर्ज से मुक्त हो गया।

कांकेर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर बसा पुसवाड़ा एक जनजाति बहुल गांव है। इस गांव के अधिकांश लोग पढ़े-लिखे हैं। यहां की मुख्य फसल धान, चना एवं सब्जी-भाजी है। क्षेत्र में कृषि के विकास की संभावनाएं देख कांकेर के पूर्व कृषि उपसंचालक कपिलदेव दीपक ने पुसवाड़ा का चयन आदर्श ग्राम के रूप में किया। जैविक खाद का उपयोग कर खुद को कर्ज से उबारने वाले चंद्रशेखर साहू इसी गांव के हैं।

वह महज 10वीं पास हैं। उनकी उनकी आर्थिक स्थिति दो साल पहले तक खराब थी। बड़ी मुश्किल से बड़े संयुक्त परिवार का गुजारा हो पाता था। परिवार के अधिकांश सदस्य मनरेगा के तहत कार्य करने जाया करते थे। आमदनी मामूली थी, इसलिए आर्थिक समस्या हमेशा बनी रहती थी। इस परिवार के पास छह एकड़ खेत था। रासायनिक खादों का इस्तेमाल करने के कारण मिट्टी खराब हो गई थी। उपज घटता चला गया और परिवार कर्ज के बोझ के तले भी दबने लगा।

चंद्रशेखर साहू ने एक दिन टेलीविजन पर ‘कृषि दर्शन’ कार्यक्रम देखा। कार्यक्रम में बताया गया कि केंचुआ और कचरों से खाद बनाकर उपयोग करने से खेत की उपज काफी बढ़ जाती है और मिट्टी की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। कृषि विभाग जैविक खाद बनाने के लिए 12 हजार रुपये का अनुदान देता है।

यह बात चंद्रशेखर को जंच गई। उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क किया। उनके बताए तरकीब के मुताबिक चंद्रशेखर ने 10 गुना 3 गुना 2 फीट आकार के पक्के वर्मी टांका का निर्माण कराया। उसमें साग-सब्जियों के टुकड़े, गोबर व कचरा भरकर टांका को पैक किया। फिर उसमें दो किलो प्रति टंकी के हिसाब से केंचुआ डाला। इस तरह जैविक खाद तैयार हो गया। तीन महीने में ही इनकी मेहनत रंग लाई और इसके बाद किसान चंद्रशेखर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

चंद्रशेखर अब जैविक खाद (वर्मी कम्पोस्ट) का उपयोग न सिर्फ अपने खेतों में करते हैं, बल्कि खाद तथा केंचुआ बेचकर भी अच्छी-खासी आमदनी हासिल कर लेते हैं। वह खेती में लगने वाले सभी खर्चो का लेखा-जोखा रखते हैं।

उन्होंने बताया, “इस साल दो और पक्के वर्मी टांका बनाने की योजना है। वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग और बिक्री से मुझे 30 हजार रुपये की शुद्ध बचत हुई है और अब पूरी तरह कर्ज से मुक्ति मिल गई है।”

 

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी काट डालने की धमकी देने वाला शख्स प्रयागराज से गिरफ्तार, रोते हुए बोला-गलती हो गई

Published

on

Loading

प्रयागराज। एक यू ट्यूबर से बात करते हुए सीएम योगी को काट डालने की धमकी देने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी शख्स का नाम शमीम है। उसका एक वीडियो बीते दिनों वायरल हुआ था जिसमें वो कह कह रहा था, ‘कौन है योगी आदित्यनाथ? अगर हिम्मत है तो हमारे लालगोपालगंज इलाके में आए। हमारे ऊपर बुलडोजर चलाकर दिखा दें। बकरा बनाकर काटेंगे। चैलेंज, खुल्ला चैलेंज।’

पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी शमीम ने बताया कि नशे की हालत में यूट्यूबर ने उसे उकसाकर सीएम के लिए अपशब्द बुलवा लिए थे। नशा उतरने पर उसे अपनी गलती का आभास हुआ तो उसने यूट्यूबर से संपर्क कर माफी का वीडियो भी बनवाया और उसे अपलोड करने की बात कही। लेकिन उसने माफी वाला वीडियो जारी नहीं किया। इसके बाद उसने खुद माफ़ी मांगने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल करने का प्रयास किया था।

जानकारी के मुताबिक, सोमवार की रात में प्रयागराज पुलिस ने रेलवे स्टेशन के पास चेकिंग के दौरान एक युवक को पकड़ा। जिसके पास से तमंचा कारतूस और देशी बम और चोरी का मोबाइल बरामद हुआ। पुलिस युवक को थाने लाकर पूछताछ की तो पता चला कि ये वही युवक है, जिसने कुछ दिनों पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ को काट डालने की धमकी दी थी। इस मामले में भी पुलिस ने आरोपी शमीम के खिलाफ केस भी दर्ज कर किया था। इसके बाद उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम दिल्ली तक गयी थी लेकिन पुलिस से बचने के लिए ही वो दिल्ली से भागकर प्रयागराज पहुंच गया था और यहां पर छिपकर रह रहा था।

Continue Reading

Trending