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दलितों पर हमले को लेकर कांग्रेस का सदन से बहिर्गमन

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कांग्रेसनई दिल्ली| कांग्रेस ने दलितों पर हमलों के मुद्दे पर सोमवार को सदन से बहिर्गमन किया और मुद्दे पर गंभीर न होने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुद्दे को उठाया और प्रश्नकाल के खत्म होने के बाद इस पर चर्चा की मांग की।

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तेलंगाना में रविवार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की ओर संकेत करते हुए खड़गे ने कहा, “दलितों पर हमलों से निपटने के लिए मोदी जी पूरी तरह गंभीर नहीं हैं।”

लोकसभा सदस्य सुमित्रा महाजन ने उन्हें आश्वस्त किया कि कार्यसूची में शामिल कामकाज के पूरा होने के बाद वह उन्हें अपनी बात रखने का मौका देंगी। इसके बावजूद कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के निकट एकत्र हो गए।

उन्होंने हालांकि महाजन की बात नहीं सुनी और सदन से बहिर्गमन किया।

बाद में संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में खड़गे ने कहा, “प्रधानमंत्री लाचार हो चुके हैं, वह कमजोर हो गए हैं और इसीलिए उन्हें यह तक कहना पड़ा है कि दलित भाइयों को गोली मारने से पहले लोग उन्हें गोली मार दें।”

खड़गे ने मांग की है कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर संसद में बयान देना चाहिए।

उन्होंने कहा, “संसद में जवाब देने की बजाय वह संसद से बाहर बयान दे रहे हैं। हमने नियम 193 के तहत उन्हें मुद्दे पर चर्चा करने को कहा था, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।”

तेलंगाना के अपने पहले दौरे पर मोदी ने रविवार को स्पष्ट किया कि जाति आधारित भेदभाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने जातिगत मुद्दों के राजनीतिकरण को खत्म करने का आह्वान किया और आरोप लगाया कि कुछ पार्टियां, जो दलितों को अपना वोट बैंक समझती हैं और केंद्र सरकार द्वारा किए गए पहलों से सशंकित हैं, दलितों को प्रभावित करने के लिए इस तरह के मुद्दों को उठाने का प्रयास कर रहे हैं।

मोदी ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा, “मैं ऐसे सभी लोगों से यह कहना चाहता हूं कि यदि आप हमला करना चाहते हैं, तो मुझपर कीजिए मेरे दलित भाइयों पर नहीं। यदि आप गोली मारना चाहते हैं, तो मुझे मारिए, मेरे दलित भाइयों को नहीं।”

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आचार्य प्रमोद कृष्णम का बड़ा दावा- राहुल ने खाई थी कसम, सरकार बनी तो पलट देंगे राम मंदिर का फैसला

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नई दिल्ली। भाजपा नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। उन्होंने राधिका खेड़ा के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो राष्ट्रभक्त होगा…रामभक्त होगा और सनातन को मानेगा वह कांग्रेस में नहीं रह सकता है। 4 जून आते-आते कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि जो देश की बात करेगा वो इस पार्टी में नहीं रह सकेगा। जो कांग्रेस के गीत गाएगा वहीं कांग्रेस में रहेगा।

इतना ही नहीं उन्होंने तो यहाँ तक दावा कर दिया कि राहुल गांधी ने कसम खाई थी कि अगर कांग्रेस केंद्र में सरकार बनाती है तो वह सुप्रीम कोर्ट के राम मंदिर फैसले को पलट देंगे। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने करीबी नेताओं के साथ बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के लिए एक ‘सुपरपावर कमीशन’ बनाने की बात कही थी।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ”मैंने कांग्रेस में 32 साल से अधिक समय बिताया है और जब राम मंदिर का फैसला आया, तो अमेरिका में अपने शुभचिंतकों से सलाह लेने के बाद राहुल गांधी ने अपने करीबी नेताओं के साथ बैठक में कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद वे सुपरपावर कमीशन बनाएंगे। यह कमीशन राम मंदिर के फैसले को उसी तरह पलट देगा जैसे राजीव गांधी ने शाह बानो के फैसले को पलट दिया था।”

प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी और उनकी टीम किसी न किसी बहाने से इस देश को तोड़ना चाहती है। पहले की कांग्रेस और अब की कांग्रेस में काफी फर्क है। अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की जब स्थापना हुई तब उसमें देशभक्त नेता थे। महात्मा गांधी और नेहरू की कांग्रेस ने देश को जोड़ने का काम किया अब वे देश तोड़ने में जुटे हैं। इसलिए ये लोग हर समय गलत बयानबाजी करते हैं।

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