Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

कांग्रेस का दावा, राहुल की रैली में यूपी से पहुंचे 2 लाख कार्यकर्ता

Published

on

congress rally

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि दिल्ली में रविवार को हुई राहुल गांधी की किसान रैली में यूपी से करीब 2 लाख कार्यकर्ताओं ने शिरकत की और समूचे देश से 5 लाख से अधिक किसानों ने रैली में पहुंचकर यह जता दिया कि वे केंद्र सरकार की नीतियों से खुश नहीं हैं।

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि यूपी में खोई हुई जमीन तलाशने में जुटी कांग्रेस की प्रदेश इकाई दिल्ली की कामयाब किसान रैली को अपने लिए ‘संजीवनी’ के तौर पर देख रही है। उन्होंने कहा कि राहुल के नेतृत्व में पार्टी मजबूती से आगे बढ़ रही है। किसान रैली में प्रदेश के कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, उससे विरोधी घबरा गए हैं। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि यूपी से करीब 2 लाख कार्यकर्ताओं ने इस रैली में हिस्सा लिया।

मिर्जापुर जिले के मड़िहान विधानसभा क्षेत्र से विधायक त्रिपाठी ने कहा कि दिल्ली रैली में पश्चिमी उप्र से ज्यादा तादाद में लोग पहुंचे थे, जबकि पूर्वाचल और बुंदेलखंड से अपेक्षाकृत कम लोग पहुंचे, लेकिन कुल मिलाकर कार्यकर्ताओं ने जिस तरह का उत्साह दिखाया है, उससे संगठन के भीतर एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता किसानों को केंद्र सरकार के भूमि अधिग्रहण विधेयक की खामियां बताने के लिए पिछले एक महीने से जिला, ब्लॉक एवं गांव स्तर पर लगे हुए हैं। वे घर-घर जाकर किसानों को बता रहे हैं कि उनकी जमीन पर मोदी सरकार की ‘कुदृष्टि’ लगी हुई है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेशपति ने कहा कि मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियां ही उसके लिए आत्मघाती साबित होंगी। कांग्रेस के कार्यकर्ता भूमि अधिग्रहण विधेयक की सच्चाई बताने के लिए सड़क पर उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह का रोष किसानों के भीतर दिखाई दे रहा है, उससे यह तय है कि किसान मोदी सरकार के इस विधेयक के खिलाफ सड़कों पर उतरने का मन बना चुके हैं। जिस तरह का माहौल रविवार को दिल्ली में दिखाई दिया, वह मोदी सरकार के बुरे दिन आने के संकेत हैं।

प्रादेशिक

बेंगलुरु इस्कॉन मंदिर में मनाया जा रहा है 25वीं रजत जयंती का ब्रम्ह महोत्सव

Published

on

Loading

लखनऊ। बेंगलुरु “इस्कॉन मंदिर” में भगवान और समाज की सेवा की “25वीं रजत जयंती” के वर्षों को 21 अप्रैल से 03 मई तक चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का अविस्मरणीय अलौकिक दिव्य-भव्य “ब्रम्ह महोत्सव” पूजा-अर्चना समारोह आयोजित* हुआ है।

इस दरम्यान *प्रभु मधु पंडित व प्रभु चंचल पति , प्रभु लक्ष्मीपति और प्रभु अनंतवीर्य ने अपने-अपने विचारों से अवगत कराया।

सभी भक्तों को बताया कि *प्रभु पाद जी के त्याग और समर्पण भाव से प्रेरणा* लेनी चाहिए। उन्होंने साथ ही यह भी बताया गृहस्थ जीवन में भी सभी को नियमित ब्रम्हमुहूर्त में महामंत्र का जाप करना चाहिए। श्रीकृष्ण जी की गीता वाणी का अध्ययन करके अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। इस्कॉन मंदिर में काफी संख्या में भक्तगण राधा कृष्ण का दर्शन करके प्रसादम् और आशीर्वाद लेते हैं। संध्या काल में राधा-कृष्ण पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। मंदिर में अन्य दिनों की अपेक्षा प्रत्येक शनिवार और रविवार को सभी आयु वर्गों के भक्तों की अत्यधिक उपस्थिति रहती है।

*बेंगलुरु में इस्कॉन मंदिर श्री कृष्ण भगवान और समाज की सेवा के 25वीं रजत जयंती के वर्षों को चिह्नित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का “ब्रम्ह महोत्सव का उत्सव” 21 अप्रैल से 03 मई तक मनाया* जा रहा है। इसमें भाग लेने के लिए संपूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से भक्तजन आते हैं।

*इस्कॉन का हरे कृष्ण मंदिर*
इस्कॉन मंदिर (*International Society for Krishna Consciousness) बेंगलुरु की खूबसूरत इमारतों में से एक है*। इस इमारत में कई अत्याधुनिक सुविधाओं में *मल्टी-विजन सिनेमा थियेटर, कम्प्यूटर सहायता प्रस्तुतिकरण थियेटर एवं वैदिक पुस्तकालय और उपदेशात्मक पुस्तकालय* है। इस *मंदिर के अनुयाई सदस्यों व गैर-सदस्यों* के लिए यहां रहने की भी काफी उत्तम सुविधा उपलब्ध है। मालूम हो कि अपनी विशाल सरंचना के कारण *इस्कॉन मंदिर बेंगलुरु में बहुत प्रसिद्ध* है और इसीलिए *बेंगलुरु का सबसे मुख्य पर्यटन स्थान* भी है। इस मंदिर में आधुनिक और *वास्तुकला का दक्षिण भरतीय मिश्रण परंपरागत रूप से पाया जाता* है। मंदिर में अन्य संरचनाएं *बहु दृष्टि सिनेमा थिएटर और वैदिक पुस्तकालय*। मंदिर में भक्तों के लिए रहने कि सुविधाएं भी उपलब्ध है।

*इस्कॉन मंदिर के बैंगलुरु में छ: मंदिर हैं*

*राधा-कृष्ण मंदिर (मुख्य मंदिर)*
*कृष्ण-बलराम मंदिर,*
*निताई गौरंगा मंदिर (चैतन्य महाप्रभु और नित्यानन्दा),*
*श्रीनिवास गोविंदा (वेंकटेश्वरा)*
*प्रहलाद-नरसिंह मंदिर एवं श्रीला प्रभुपादा मंदिर*
*बैकुंठ हिल में तिरुपति बालाजी मंदिर और योग व भोग नरसिम्हा मंदिर*
उत्तर बेंगलुरु के राजाजीनगर में स्थित *राधा-कृष्ण का मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर है*। इस *मंदिर का शंकर दयाल शर्मा ने सन् 1997 में उद्घाटन* किया था।

Continue Reading

Trending