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बिजनेस

एचडीएफसी देगा 30 मिनट में वाहन और 15 मिनट में दोपहिया ऋण

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एचडीएफसी बैंक, बायोमीट्रिक तकनीक का इस्तेमाल, 30 मिनट वाला वाहन ऋण, 15 मिनट में दोपहिया ऋण

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मुंबई। एचडीएफसी बैंक ने बायोमीट्रिक तकनीक का इस्तेमाल करके केवल 30 मिनट में वाहन ऋण (ऑटो लोन) देने की सुविधा शुरू की है। यह 30 मिनट वाला वाहन ऋण एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों के साथ-साथ अन्य व्यक्तियों के लिए भी उपलब्ध है। तकनीक-आधारित इस समाधान के साथ दोपहिया के लिए ऋण भी केवल 15 मिनट के अंदर स्वीकृत किया जा सकता है।

इस सुविधा की शुरुआत के साथ वाहन ऋण लेने का इच्छुक कोई व्यक्ति किसी वाहन डीलर या बैंक के किसी अन्य संपर्क-स्थल पर आ कर अपनी आधार कार्ड संख्या और अपना फिंगरप्रिंट दे सकता है। ग्राहक संपर्क के उस स्थान पर उपलब्ध बायोमीट्रिक तकनीक से इन विवरणों का मिलान विभिन्न डेटाबेस में संकलित सूचनाओं से किया जायेगा ताकि ग्राहक की पहचान का सत्यापन हो सके। यदि वह व्यक्ति ऋण के योग्य हुआ तो बेहद कम दस्तावेजों की आवश्यकता के साथ उस ग्राहक को रिकॉर्ड समय में ऋण स्वीकृत कर दिया जायेगा।

एचडीएफसी बैंक वाहन ऋण और दोहपिया ऋण के क्षेत्र में बाजार का अग्रणी बैंक है और यह समाधान ग्राहकों को किसी शोरूम में बिना किसी दस्तावेज के ही जा कर एक ऋण हासिल करने की सहूलियत देगा। इससे एक ऋण की प्रक्रिया पूरी करने में लगने वाला समय भी घटेगा और बैंक को अपनी सक्षमता बढ़ा कर ज्यादा संख्या में ग्राहकों की सेवा करने का अवसर मिलेगा।

सीनियर एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड (व्हीकल लोन) अशोक खन्ना ने कहा, “हमारे डिजिटल बैंकिंग संबंधी प्रयासों के केंद्र में ग्राहकों की सुविधा ही है। हम मानते हैं कि 30 मिनट का वाहन ऋण ग्राहकों को ऋण मुहैया कराने और उनकी जरूरतें पूरी करने की दिशा में अगले स्तर का कदम है। अगर एक ग्राहक किसी वाहन डीलर के पास आता है तो वह उसी दिन गाड़ी खरीद कर ले जा सकता है, जबकि पहले ऐसा नहीं हो पाता था।”

30 मिनट में वाहन ऋण और 15 मिनट में दोपहिया ऋण एचडीएफसी बैंक की डिजिटल बैंकिंग पेशकश ‘गो डिजिटल’ के तहत सबसे नयी पहल है। ‘गो डिजिटल’ का अभियान पिछले साल वाराणसी में इसकी पेशकश ‘बैंक आपकी मुट्ठी में’ के साथ आरंभ किया गया था, जो मोबाइल फोन को बिल्कुल एक बैंक शाखा में परिवर्तित कर देता है। उसके बाद से बैंक ने पेजैप और चिल्लर जैसे भुगतान प्लेटफॉर्म और आकर्षक प्रस्तावों वाले वर्चुअल मार्केटप्लेस स्मार्टबाय समेत कई नयी डिजिटल सुविधाओं की शुरुआत की है।

एचडीएफसी बैंक पहला ऐसा संस्थान है, जिसने 10 सेकेंड में व्यक्तिगत ऋण (पर्सनल लोन) की सुविधा दे कर खुदरा ऋणों के क्षेत्र में ऋण स्वीकृति एवं आवंटन की पूरी प्रक्रिया को एकदम स्वचालित कर दिया है। वर्ष 2014-15 में एचडीएफसी बैंक में हुए सभी लेन-देन में से 63% लेन-देन डिजिटल माध्यमों से किये गये।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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