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बिजनेस

उत्पादन बढ़ने की उम्मीद से तेल मूल्य गिरा

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न्यूयार्क| पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) का कच्चा तेल उत्पादन जुलाई में बढ़ने की उम्मीद में तेल मूल्य में गिरावट दर्ज की गई। ओपेक के सोमवार के बयान के मुताबिक, जून में ओपेक का उत्पादन रोजाना 2.83 लाख बैरल बढ़कर 3.138 करोड़ बैरल रोजाना हो गया, जो तीन साल का ऊपरी स्तर है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ईरान पर लगा प्रतिबंध हटने से ईरान द्वारा कच्चा तेल उत्पादन बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है।

अमेरिका में भी गत सप्ताह पेट्रोलियम रिग की संख्या बढ़ी है।

तेल सेवा कंपनी बेकर ह्यूग्स की शुक्रवार की रपट के मुताबिक, गत सप्ताह अमेरिका के सक्रिय रिग की संख्या पांच बढ़कर 664 दर्ज की गई।

न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज में सितंबर डिलीवरी वाले वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव 1.95 डॉलर घटकर 45.17 डॉलर प्रति बैरल हो गया।

लंदन आईसीई फ्यूचर एक्सचेंज में सितंबर डिलीवरी वाले ब्रेंट क्रूड का भाव 2.69 डॉलर घटकर 49.52 डॉलर प्रति बैरल रह गया।

 

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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