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.इन तेलों में बड़े-बड़े गुण

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भोजन में तेल और वसा का सही मात्रा में इस्तेमाल बढ़ती उम्र के असर को धीमा करने में एक अहम भूमिका निभा सकता है। उपयुक्त वसा शरीर को संतुष्टि के अहसास के साथ ही ऊर्जा भी देती है। इस तरह की वसा या तेल चर्बी को घटाने में मददगार हो सकते हैं।

वेबसाइट ‘फीमेलफर्स्ट डॉट को डॉट यूके’ के अनुसार, अच्छी और बुरी वसा के बीच भेद करना पेचीदा हो सकता है, इसलिए यहां शीर्ष आठ स्वास्थ्यवर्धक वसा और तेलों का उल्लेख किया गया है :

1. नारियल तेल : इसे ‘सुपरफूड’ की उपाधि ठीक ही दी गई है। यह तेल उन लोगों के लिए भी लाभकारी है, जो अपना वजन घटाना या उसे नियंत्रित रखना चाहते हैं। नारियल में मौजूद फैटी एसिड अन्य वसा की तुलना में समग्र चयापचय की गति बढ़ाते और ऊर्जा की खपत करते देखे गए हैं। नारियल का तेल मस्तिष्क संबंधी विकारों में भी मदद कर सकता है। यह त्वचा की आम समस्याओं में भी काफी लाभदायक हो सकता है। यह चोट के निशान घटाने में भी मददगार है।

2. बोरेज (योरोपियन पौधा) का तेल : बोरेज के बीज में सबसे ज्यादा लिनोलेनिक एसिड होता है। इसका एक्जिमा, सोरायसिस और संधिशोथ जैसी बीमारियों में बड़े पैमाने पर ज्वलनरोधक के रूप में इस्तेमाल किया गया है।

3. भांग के बीज का तेल : भांग का तेल या भांग के बीज ओमेगा फैटी एसिड 3, 6 और 9 का संतुलित मिश्रण है। शोध में बताया गया है कि इसका तेल दिल की सेहत बनाए रखता है और उसकी सही गतिविधियों को बढ़ावा देता है। इस तेल का बालों, त्वचा और नाखून पर सकारात्मक असर होता है। रोजाना भांग का तेल खाने व लगाने वालों के बाल चमकदार व मोटे और त्वचा मुलायम होती है।

4. पटसन या सन का तेल : इस तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड का जबर्दस्त सम्मिश्रण होता है। देखा गया है कि सही मात्रा में इसका सेवन दिल की सेहत सुधारने के साथ ही पेट के कैंसर की आशंका को कम करता है।

5. सीताफल के बीज का तेल : यह महिला और पुरुष दोनों के लिए लाभदायक है। शोध में पाया गया है कि यह तेल महिलाओं में रक्तचाप, सिर दर्द और रजोनिवृत्ति के अन्य लक्षणों को कम कर सकता है।

6. नासपाती का तेल : यह तेल त्वचा निखारने संबंधी खूबियों के लिए जाना जाता है। यह अपने आपमें नरिशिंग, मॉश्चराइजिंग और सुरक्षात्मक वसा के साथ ही विटामिन ई जैसे एंटीऑक्सीडेंट समेटे हुए है, जो त्वचा को मुलायम व कांतिपूर्ण बनाते हैं।

7. ओमेगा 3 फिश (मछली) ऑयल : यह विवादास्पद रूप से सर्वश्रेष्ठ किस्म की वसा है। मछली के तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं। इन एसिड का हृदय व मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव होता है।

8. जैतून का तेल : यह तेल हृदय की गतिविधियों को सुधारने, शरीर में साफ खून का संचार बनाए रखने, मस्तिष्क की कार्यप्रणाली बेहतर करने में विशेष रूप से सहायक है।

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इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन, देहरादून के अस्‍पताल में थे भर्ती

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देहरादून। इस्‍कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्‍यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का रविवार को निधन हो गया। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उन्‍हें तीन दिन पहले देहरादून के सिनर्जी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्‍होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से भक्तों में शोक की लहर है।

इस्कॉन मंदिर के डायरेक्टर कम्युनिकेशन इंडिया बृजनंदन दास ने बताया कि 5 मई को शाम 4 बजे नई दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मंदिर में दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उन्हें चोट लगी थी। उनका तीन दिनों से सिनर्जी अस्पताल में इलाज चल रहा था। भक्त उनके आखिरी दर्शन दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कर सकेंगे। सोमवार को उनकी देह को वृंदावन ले जाया जाएगा। इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।

 

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