Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था बदले : जेटली

Published

on

वाशिंगटन,वित्त-मंत्री-अरुण-जेटली,राजकोष,अमेरिकी,पीटरसन-इंस्टीट्यूट,राष्ट्रपति-बराक-ओबामा,टोटलाइजेशन

Loading

वाशिंगटन | वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अमेरिकी प्रशासन से अपील की है कि राजकोष में भारतीयों के योगदान को वापस करने की प्रक्रिया शुरू की जाए और इसे अनुचित तरीके से रखा नहीं जाए। जेटली ने सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज में ‘भारत का जनसांख्यिकीय बदलाव : अवसर और साझेदार’ शीर्षक वाले अपने भाषण में कहा, “यह एक सहायता कार्यक्रम की तरह है, जो भारतीय कामगार अमेरिकी सरकार के लिए चलाते हैं।”

मंत्री ने कहा, “पीटरसन इंस्टीट्यूट के जैकब किर्केगार्ड द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, भारतीय हर साल अमेरिकी सरकार के खजाने में सामाजिक सुरक्षा योगदान के रूप में करीब तीन अरब डॉलर योगदान करते हैं, जो उन्हें कभी वापस नहीं मिलेगा।” जेटली ने कहा कि वह चाहते हैं कि अमेरिका इस (टोटलाइजेशन) व्यवस्था में बदलाव करे। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि अमेरिका जल्द ही इस पर गौर करेगा।” उन्होंने मौजूदा व्यवस्था को अनुचित बताया। भारतीय नियोक्ता जब किसी कर्मचारी को छोटी अवधि के लिए विदेश में तैनात करते हैं, तो वह कर्मचारी उस अवधि में भी भारत में सामाजिक सुरक्षा योगदान करता रहता है। अमेरिका जैसे कुछ ऐसे भी देश हैं, जो उस दौरान अपने यहां भी सामाजिक सुरक्षा योगदान लेते हैं।

वे कर्मचारी चूंकि यह योगदान एक निश्चित समय तक नहीं कर पाते हैं, इसलिए उन्हें यह वापस नहीं किया जाता है। भारतीय सरकारों ने कई बार यह मुद्दा अमेरिका के सामने उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस साल जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान उनके सामने यह मुद्दा उठाया था। मोदी ने ओबामा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा था, “हम सामाजिक सुरक्षा समझौता पर बात शुरू करेंगे, जो अमेरिका में काम करने वाले हजारों कामगारों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।”

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

Continue Reading

Trending