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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव कल, हिलेरी-ट्रंप के बीच कांटे का मुकाबला

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Hillary-trumpवाशिंगटन। अमेरिका इतिहास रचने को तैयार है। अमेरिका में मंगलवार को (भारतीय समयानुसार बुधवार) 45वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए यहां के 50 राज्यों में मतदान होगा। करीब 12 करोड़़ लोग इलेक्टोरल कॉलेज को चुनने के लिए मताधिकार का उपयोग करेंगे। वोटिंग के जरिये अमेरिका या तो अपनी पहली महिला राष्ट्रपति को चुनेगा या सत्ता प्रतिष्ठान से बहुत ज्यादा दूर के एक ऐसे व्यक्ति को चुनेगा जिसने अमेरिकी राजनीतिक व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है। दोनों के बीच बहुत ही रोमांचकारी मुकाबला है और परिणाम किसी भी ओर जा सकता है।

यदि आठ नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की जीत होती है तो देश की पूर्व प्रथम महिला (तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी) कड़े पूर्वाग्रह को तोडक़र व्हाइट हाउस में अपने बूते पर लौटने का अपना 16 साल पुराना सपना पूरा करेंगी।

राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी के प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप जीतें या हारें, वह अमेरिकी राजनीति में अपनी एक छाप छोड़ेंगे। पार्टी का प्रत्याशी बनने के लिए प्राइमरी में उन्होंने पार्टी के 16 शीर्ष नेताओं को धराशायी कर इस ग्रैंड ओल्ड पार्टी की उम्मीदवारी हासिल की है।

लगभग 600 दिनों से चढ़े चुनावी बुखार का मंगलवार को अंत होने वाला है। चुनावी सर्वेक्षण में हिलेरी को ट्रंप पर राष्ट्रीय स्तर पर 1.8 प्रतिशत की बढ़त बताई जा रही है। चुनाव की भविष्यवाणी करने वाली संस्था ‘फाइवथर्टीएट’ ने हिलेरी की जीत की 65 प्रतिशत संभावना जताई है।

लास एंजिल्स टाइम्स/यूएससी ट्रैकिंग एकमात्र सर्वेक्षक है जो लगातार ट्रंप को आगे बता रहा है और अभी ट्रंप को पांच अंकों की बढ़त बता रहा है। हिलेरी के लिए बड़ी राहत संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक जेम्स कोमे का कांग्रेस में दिया यह बयान है कि तेजी से समीक्षा के बाद एफबीआई ने अपने जुलाई के उस निर्णय पर कायम रहने का फैसला किया है जिसमें कहा गया था गोपनीय चीजों को तत्कालीन विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन द्वारा अत्यंत लापरवाहीपूर्ण ढंग से संचालित किए जाने के बावजूद उनके खिलाफ मुकदमा नहीं चलाया जाएगा और जांच नहीं की जाएगी।

कोने ने 28 अक्टूबर को यह कहकर हिलेरी के चुनाव अभियान को बेहद तगड़ा झटका दिया था कि हिलेरी के मिले नए निजी ईमेल की फिर से जांच होगी। करीब 6 लाख 50 हजार ईमेल का पता चलने के बाद नए सिरे से जांच शुरू की गई थी। इनमें हिलेरी की सहयोगी भारतीय-पाकिस्तानी मूल की हुमा आबेदीन के लैपटॉप से बरामद हजारों मेल हैं जिन्हें या तो हिलेरी को भेजा गया था या हिलेरी की तरफ से मेल भेजा गया था। हुमा ने उन मेल को अपने पति एनथनी वेनर से साझा किया था जो एक नाबालिग के साथ यौन मामले में फंसे हुए हैं।

यह कहना मुश्किल है कि कोमे की आश्चर्यजनक ढंग से की गई घोषणा का चुनाव परिणाम पर कितना असर पड़ेगा क्योंकि चुनावी जंग अंतिम समय में प्रवेश कर चुकी है। कोमे की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मिशिगन में ट्रंप ने कहा कि हेराफेरी वाली व्यवस्था के जरिए हिलेरी का बचाव किया जा रहा है। ट्रंप ने कहा कि हिलेरी जानती हैं कि वह दोषी हैं। जनता भी जानती है। अब यह अमेरिका की जनता पर निर्भर है कि आठ नवंबर को न्याय करे।

एफबीआई प्रमुख की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हिलेरी के एक प्रवक्ता ने कहा, हमलोग खुश हैं कि मामले का समाधान हो गया। क्लीवलैंड में एक रैली में हिलेरी ने कहा कि अमेरिका को लेकर ट्रंप का नजरिया अंधकारपूर्ण है जबकि वह ऐसा कुछ देने का प्रस्ताव कर रही हैं जो आशाजनक है।

ट्रंप सर्वेक्षणों में पीछे चल रहे हैं लेकिन आत्मविश्वास से भरे हुए हैं। उन्होंने वाशिंगटन से भ्रष्टाचार को निकाल देने और उस व्यवस्था में सुधार करने का आह्वान किया है जिसमें राजनीति में शामिल लोग उसके परिणाम की चिंता किए बगैर कानून तोड़ सकते हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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