Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

अखाड़ा परिषद ने राधे माँ सहित कई फर्जी बाबाओं के नाम पर लगाई मुहर, सरकार ले सकती है एक्शन

Published

on

Loading

लखनऊ। देश में बाबाओं को लेकर लगातार नये-नये खुलासे हो रहे हैं। गुरमीत राम रहीम से लेकर आशाराम बापू तक कई ऐसे फर्जी बाबा है जो धर्म के नाम पर गंदा कारनामा करते हैं। इसी को ध्यान में रखकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने एक अहम बैठक की।

इसके बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने एक लिस्ट जारी की जिसमें फर्जी बाबाओं का नाम सामने आया है। इस लिस्ट में राधे मां का नाम भी शामिल है। बताते चले कि हाल के दिनों में राधे मां को लेकर भी कई खुलासे सामने आ चुके हैं।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने रविवार को उन 14 फर्जी बाबाओं के नाम बताया है जो धर्म ने नाम पैसा उगाने का भी काम कर रहे हैं। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की यह बैठक इलाहाबाद के बाघम्बरी गद्दी मठ में आयोजित की गई थी।

14 फर्जी बाबाओं के नाम : आशाराम बापू, सच्चिदानंद गिरी, गुरमीत राम रहीम, निर्मल बाबा, राधे मां इच्छाधारी भीमानंद, असीमानंद और नारायण साईं, रामपाल, आचार्य कुशमुनि, वृहस्पति गिरी, मलखान सिंह के नाम फर्जी बाबाओं की लिस्ट में शामिल किया गया हैं।

अखाड़ा परिषद की बैठक में यह भी तय किया गया है कि फर्जी बाबाओं के खिलाफ कड़ा कदम उठाने के लिए सरकार से कहा जायेगा।

अखाड़ा परिषद ने बताया कि फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी करने के बाद इसे सरकार को सौंपा दिया जायेगा। अखाड़ा परिषद को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इन बाबाओं के खिलाफ एक्शन लेगी, जो गलत तरीके से आस्था के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं।

अखाड़ा परिषद की बैठक में यह भी तय किया गया है कि फर्जी बाबाओं के खिलाफ कड़ा कदम उठाने के लिए सरकार से कहा जायेगा। अखाड़ा परिषद ने बताया कि फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी करने के बाद इसे सरकार को सौंपा दिया जायेगा।

अखाड़ा परिषद को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इन बाबाओं के खिलाफ एक्शन लेगी, जो गलत तरीके से आस्था के नाम पर खिलवाड़ कर रहे हैं।

 

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending