Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

हमीरपुर में छात्रा के आत्मदाह पर हिंसा, एक की मौत

Published

on

Loading

हमीरपुर (यूपी)। छेड़खानी के बाद एक मेधावी छात्रा के आत्मदाह से आहत हजारों लोगों ने बिंवार कस्बे में थाने पर धावा बोलकर आगजनी की। पुलिस ने भीड़ पर फायरिंग कर दी, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए।
शनिवार रात हुई हिंसक झड़पों के बाद आरआरएफ, पीएसी व अन्य सुरक्षा बलों को चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दिया गया है। रविवार को कस्बे में कर्फ्यू जैसा माहौल है। पुलिस ने हिंसक घटना को लेकर दो पत्रकारों समेत डेढ़ दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। जिलाधिकारी संध्या तिवारी ने इस घटना की मजिस्ट्रेट से जांच का आदेश दिया है। उन्होंने जान देने वाली छात्रा और पुलिस की गोली का शिकार हुए व्यक्ति के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये तथा घायलों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उनके आदेश पर बिंवार के थानेदार गिरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

गौरतलब है कि शनिवार की सुबह कक्षा बारहवीं की एक छात्रा ने छेड़खानी से अपमानित होने के बाद घर में खुद को आग के हवाले कर दिया था। गंभीर हालत में उसे हमीरपुर सदर अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। परिजनों ने बिंवार के एसओ पर रिपोर्ट दर्ज न कर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। उन्होंने भूरा यादव व जितेंद्र यादव पर छात्रा के साथ राह चलते कई दिन छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसका नतीजा यह हुआ कि उनकी बेटी ने आत्मदाह कर लिया।

पोस्टमार्टम के बाद छात्रा का शव जब परिजनों को सौंपा गया तो परिजन और ग्रामीणों का आक्रोश भड़क गया। शाम होते-होते हजारों लोगों ने बिंवार थाने के बाहर शव रखकर हमीरपुर-राठ मार्ग जाम कर दिया था। देर शाम भीड़ में धक्कामुक्की के बाद सिपाही ने एक युवक की पिटाई कर दी तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस पर पथराव करने के साथ ही भीड़ ने थाने पर धावा बोल दिया। इसी बीच पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे भीड़ और उग्र हो गई। भीड़ ने सीओ, एसओ व कई पुलिस अधिकारियों के वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने भीड़ को तितरबितर करने के लिए पहले तो अश्रुगैस के गोले दागे, फिर भीड़ पर फायरिंग कर दी। पुलिस की गोलीबारी में मोहित पाण्डेय (18), रोहित, जयकरन व कल्लू गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, जहां मोहित की मौत हो गई। कल्लू समेत दो लोगों को कानपुर रेफर कर दिया गया है।

Continue Reading

नेशनल

पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में बोले अमित शाह, पीओके भारत का है और हम इसे लेकर रहेंगे

Published

on

Loading

श्रीरामपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के हुगली के श्रीरामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ये पीओके भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी, कांग्रेस-सिंडिकेट कहती है कि धारा 370 को मत हटाओ। मैंने संसद में पूछा कि क्यों न हटाएं तो उन्होंने कहा कि खून की नदियां बह जाएंगी। 5 साल हो गए खून कि नदियां छोड़ो किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। जब INDI गठबंधन का शासन था तो हमारे कश्मीर में हड़तालें होती थीं। आज पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हड़ताल होती है। पहले कश्मीर में आजादी के नारे लगते थे, अब पाक अधिकृत कश्मीर में नारेबाजी होती है। राहुल गांधी, आपको डरना है तो डरते रहिए, ममता बनर्जी आपको डरना है तो डरते रहिए लेकिन मैं आज श्रीरामपुर की धरती से कहता हूं कि ये पाक अधिकृत कश्मीर भारत का है और हम उसे लेकर रहेंगे।

अमित शाह ने कहा आने वाले चुनाव में आप सभी वोट डालने वाले हैं। इस चुनाव में एक ओर परिवारवादी पार्टियां हैं जिसमें ममता बनर्जी अपने भतीजे को, शरद पवार अपनी बेटी को, उद्धव ठाकरे अपने बेटे को, स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल बाबा को पीएम बनाना चाहती हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब चाय वाले के घर में जन्में इस देश के महान नेता नरेन्द्र मोदी जी हैं।

नरेन्द्र मोदी जी ने बंगाल के विकास के लिए ढेर सारे कार्य किए हैं। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक आपके लोग सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे, लेकिन सोनिया-मनमोहन सिंह की सरकार ने बंगाल के विकास के लिए क्या किया। उनकी सरकार ने 10 साल में बंगाल के विकास के लिए मात्र 2 लाख करोड़ रुपये दिए। जबकि मोदी जी ने 10 साल में 9 लाख, 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया।

Continue Reading

Trending