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प्रादेशिक

सहस्त्रबुद्धे ने कहा भाजपा देगी शिवराज को पूर्ण समर्थन

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विनय सहस्त्रबुद्धे

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भोपाल| मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  ने सोमवार को कहा कि संकट की इस घड़ी में पार्टी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ खड़ी है और उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगी। राज्य में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रही विपक्षी दल कांग्रेस के हमलों से सहस्त्रबुद्धे ने शिवराज का बचाव किया।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान प्रदेश प्रभारी सहस्त्रबुद्धे ने कहा, “सत्ता और संगठन शिवराज के साथ है। यह एक तरह से संकट की घड़ी है। ऐसा माहौल बनाया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की गई। आरोपों की झड़ी लगा दी गई है। ऐसे संकट में हमारा नेतृत्व उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकता। उन्होंने (शिवराज) निष्ठापूर्वक संगठन और विचारधारा के लिए काम किया है।”उन्होंने कहा, “पूरी पार्टी एकजुट है और विपक्ष के हमलों का सामना करने के लिए तैयार है। जहां तक समीक्षा की बात है, जो करनी होगी। वह पार्टी के भीतर ही होगी।”

 

प्रादेशिक

गुजरात बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही छात्रा की ब्रेन हैमरेज से मौत, आए थे 99.70 फीसदी अंक

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अहमदाबाद। गुजरात बोर्ड की टॉपर हीर घेटिया की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई है। 11 मई को गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSEB) के नतीजे आए थे। हीर इसके टॉपर्स में से एक थी। उसके 99.70 फीसदी अंक आये थे। मैथ्स में उसके 100 में से 100 नंबर थे। उसे ब्रेन हैमरेज हुआ था। बीते महीने राजकोट के प्राइवेट अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। वो घर चली गई, लेकिन क़रीब एक हफ़्ते पहले उसे सांस लेने में फिर दिक़्क़त होने लगी और दिल में भी हल्का दर्द होने लगा।

इसके बाद उसे अस्पताल में ICU में भर्ती कराया गया था। हाॅस्पिटल में एमआरआई कराने पर सामने आया कि हीर के दिमाग का 80 से 90 प्रतिशत हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इसके बाद हीर को सीसीयू में भर्ती कराया गया। हालांकि डाॅक्टरों की लाख कोशिशों के बाद ही उसे बचाया नहीं जा सका और 15 मई को हीर ने दम तोड़ दिया। हीर की मौत के बाद परिवार ने मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखों और शरीर को डोनेट करने का फैसला किया।

हीर के पिता ने कहा, “हीर एक डॉक्टर बनना चाहती थी। हमने उसका शरीर दान कर दिया ताकि भले ही वह डॉक्टर न बन सके लेकिन दूसरों की जान बचाने में मदद कर सकेगी।

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