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लोगों को जोड़ने का माध्यम है संगीत : पी बालाजी

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गुरुग्राम, 20 अगस्त (आईएएनएस)। वोडाफोन इंडिया के निदेशक (एक्सनर्ल अफेयर्स, सी.एस.आर) पी बालाजी का मानना है कि संगीत एक ऐसा माध्यम है जो लोगों को जोड़ता है।

जेनेसिस फाउंडेशन की ओर से शनिवार शाम को आयोजित 20वें ‘सीईओज सिंग फॉर जीएफ किड्स’ कार्यक्रम के दौरान अपनी बेटी नितिका के साथ कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले बालाजी का मानना है कि संगीत एक ऐसी कला है जो लोगों को जोड़ती है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिल की बीमारियों से जूझ रहे गरीब और अनाथ बच्चों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है। जहां उन्होंने अपनी बेटी के साथ ‘हवा के साथ-साथ’ गीत गाकर समां बांध दिया।

बालाजी ने आईएएनएस को बताया, जब भी हमें मौका मिलता है, तो हम गाते हैं, संगीत व गाना एक जरिया है जो लोगों को जोड़ता है और अगर यह हमें एक ऐसे अच्छे काम से जोड़ सकता है, तो यह हमारी ओर से एक छोटा सा योगदान है। अगर काफी सारे नन्हें बच्चों की जान बच सकती है तो यह एक अच्छी बात है।

बालाजी ने कहा, सभी को किसी न किसी तरह से इस तरह के नेक काम में योगदान देना चाहिए।

बालाजी प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया व स्किल इंडिया अभियान से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने एक विजन रखा है हमारे देश के लिए चाहे वह स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया हो या चाहे डिजिटल इंडिया हो हम यहीं कहना चाहंगे कि उनका जो पूरा विजन है, उसे साकार करने को लेकर हम प्रतिबद्ध हैं।

बालाजी ने इंजीनियरिंग और एमबीए की डिग्री ली है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले वह टाटा के लीडरशिप प्रोग्राम से जुड़े और वहां उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला। टेलीकॉम सेक्टर में उन्हें शुरुआत में थोड़ा संघर्ष देखना पड़ा, लेकिन बाद में लोगों का समर्थन मिलना शुरू हो गया।

बालाजी ने कहा, 1990 के दशक में जब टेलीकॉम सेक्टर की शुरुआत हुई थी तो उस समय लोग कहते थे कि इस सेक्टर में कुछ रखा नहीं है, यह नया क्षेत्र है, लेकिन मुझे लगा कि यह एक विजन था टाटा ग्रुप का और सरकार का कि टेलीकॉम आगे जाकर देश के लिए बहुत कुछ करेगा उस समय में मैं जब इस सेक्टर से जुड़ा तो मुझे लगा कि हम भी कुछ नया बना रहे हैं और भारत में बदलाव आ सकता है। शुरुआत में थोड़ा संघर्ष करना पड़ा। शुरू में समस्याओं को अवसर के रूप में देखा और अवसर का फायदा उठाया। ऐसे ही करते-करते आज टेलीकॉम सेक्टर इतना बड़ा हो गया है कि इसने एक अरब लोगों को जोड़ दिया है।

युवाओं के लिए संदेश में उन्होंने कहा कि उन्हें अपने पैशन को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए और शुरुआती दौर में में बहुत मेहनत करनी चाहिए और अपने जीवन के अनुभव से जितना सीख सकें सीखना चाहिए। अपना एक विजन रखना चाहिए कि पांच साल में क्या करना है या 10 साल में क्या करना है, जिससे वे अपना सपना सच कर सकें।

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बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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