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अन्तर्राष्ट्रीय

ली ने संयुक्त राष्ट्र के नवनियुक्त महासचिव को बधाई दी

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महासचिव

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महासचिवबीजिंग। चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने गुरुवार को पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री एंटोनियो गुटेरेश को संयुक्त राष्ट्र महासचिव के रूप में नियुक्त होने पर बधाई दी। ली ने अपने पुर्तगाली समकक्ष एंटोनियो कोस्टा को भेजे बधाई संदेश में कहा कि गुटेरेश बहुत अनुभवी और वैश्विक मामलों के जानकार हैं। उनमें गजब की नेतृत्व क्षमताएं हैं।

ली के अनुसार, चीन का मानना है कि गुटेरेश और संयुक्त राष्ट्र सचिवालय विश्व शांति की रक्षा, समान विकास को बढ़ावा देने और वैश्विक सहयोग को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहेगा।

उन्होंने कहा कि चीन, पुर्तगाल के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देता है और वह द्विपक्षीय संबंधों के विकास को बढ़ावा देने के लिए पुर्तगाल के साथ काम करता रहेगा। गुटेरेश पूर्व में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त रह चुके हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

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नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

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