Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

लंदन पुलिस ने टाला टेरिस्ट अटैक, महिला आतंकी को गोली मारी, छह अरेस्ट

Published

on

Loading

टेरिस्ट अटैक इन लंदन

लंदन। उत्तर-पश्चिमी लंदन में एक मकान में छापेमारी के दौरान एक महिला को गोली मारने के बाद पुलिस ने एक ‘सक्रिय आतंकी साजिश’ को नाकाम करने का दावा किया है। बीबीसी की रपट के मुताबिक, हालिया आतंकवाद रोधी अभियानों में महिला की तलाश थी। गोली लगने के बाद उसकी हालत नाजुक, लेकिन स्थिर बनी हुई है।

लंदन की महानगर पुलिस ने कहा कि शहर के उत्तर-पश्चिम में स्थित विलेस्डेन में गुरुवार शाम एक मकान में घुसने के बाद अधिकारियों ने महिला को गोली मारी। छापेमारी के दौरान छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि जांच जारी है, लेकिन खतरा ‘बरकरार’ है।

यह भी पढ़ें मालवाहक जहाज से टकराकर डूबा रूसी युद्धपोत

विलेस्डेन में 20 व 16 साल के दो युवकों तथा 20 साल की एक महिला को गिरफ्तार किया गया। वहीं केंट में 43 साल की एक महिला को गिरफ्तार किया गया।

विलेस्डेन में दो और लोगों को तब गिरफ्तार किया गया, जब वे अपने घर वापस लौटे। दोनों की उम्र 28 साल है।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार रात का अभियान गुरुवार दिन में आतंकवादी वारदात के शक में एक व्यक्ति की संसद के समीप गिरफ्तारी से संबंधित नहीं है। व्यक्ति के थैले से कई चाकू बरामद होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।

महानगर पुलिस के सहायक उपायुक्त नील बसु ने कहा, “गुरुवार को की गई गिरफ्तारियों से हमें लगता है कि उनके कारण जो खतरा था, उससे हमने निजता पा ली है।” यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस ने एक आतंकवादी साजिश विफल कर दी है? बसु ने कहा, “बिल्कुल।”

पुलिस ने कहा कि सभी को आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता, आतंकवादी गतिविधियों की तैयारी करने तथा आतंकवादी गतिविधियों के लिए लोगों को उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार संदिग्धों को दक्षिण लंदन के एक पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया है।

इससे पहले गुरुवार को महानगर पुलिस के आतंकवाद रोधी कमान इकाई के सशस्त्र अधिकारियों ने संसद के समीप 27 साल के एक युवक को गिरफ्तार किया था। जिस जगह पर उसे गिरफ्तार किया गया, वह जगह पिछले महीने हुई आतंकवादी घटना की जगह से महज कुछ ही मीटर की दूरी पर है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि व्यक्ति संसद मार्ग पर जमीन पर लेटा हुआ था, जहां से संसद तथा ब्रिटिश सरकार की इमारतें नजर आती हैं।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending