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रियो ओलम्पिक : बोल्ट फिर चैम्पियन, रचा इतिहास

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बोल्ट

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 बोल्टरियो डी जनेरियो| जमैका के उसेन बोल्ट ने एक और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने रियो ओलम्पिक में 200 मीटर स्पर्धा में जीत हासिल करते हुए अपने खिताब को बचाया। बोल्ट ने 2012 लंदन ओलम्पिक में भी इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था और लगातार तीसरी बार इसमें जीत हासिल की और एक नया इतिहास रच दिया है।

वह लगातार तीन बार ओलम्पिक में 100 तथा 200 मीटर का स्वर्ण जीतने वाले दुनिया के पहले एथलीट बन गए हैं। बोल्ट ने यह रेस 19.78 सेकेंड में पूरी की। यह इस सीजन में उनका यह सबसे अच्छा समय है।

जमैका के दिग्गज धावक हालांकि, स्वर्ण पदक जीतने के बाद भी अपने प्रदर्शन से खुश नहीं है। उन्होंने रेस से पहले 200 मीटर स्पर्धा में विश्व रिकॉर्ड (19.78 सेकेंड) तोड़ने की इच्छा जताई थी।

बोल्ट ने कहा, “मैं और भी तेज दौड़ना चाहता था। मैंने कोशिश भी की, लेकिन मेरे शरीर ने मेरी इच्छानुसार प्रतिक्रिया नहीं दी।”

कनाडा के आंद्रे दे ग्रास ने 20.02 सेकेंड के साथ रजत जीता जबकि यूरोपीयन चैम्पियन फ्रांस के किस्टोफर लेमेट्रे ने 20.12 सेकेंड के साथ कांस्य जीता।

बोल्ट ने बीजिंग (2008) और लंदन (2012) ओलम्पिक खेलों में 100 तथा 200 मीटर का स्वर्ण जीता था। बीते दिनों बोल्ट ने रियो में 100 मीटर का स्वर्ण जीतते हुए गोल्डन डबल की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया था और अब उसे हासिल भी कर लिया है।

प्रादेशिक

इस्कॉन के चेयरमैन गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का निधन, देहरादून के अस्‍पताल में थे भर्ती

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देहरादून। इस्‍कॉन इंडिया की गवर्निंग काउंसिल के अध्‍यक्ष गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज का रविवार को निधन हो गया। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उन्‍हें तीन दिन पहले देहरादून के सिनर्जी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्‍होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से भक्तों में शोक की लहर है।

इस्कॉन मंदिर के डायरेक्टर कम्युनिकेशन इंडिया बृजनंदन दास ने बताया कि 5 मई को शाम 4 बजे नई दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित मंदिर में दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज दो मई को दूधली स्थित मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां वह अचानक फिसलकर गिर गए थे। इससे उन्हें चोट लगी थी। उनका तीन दिनों से सिनर्जी अस्पताल में इलाज चल रहा था। भक्त उनके आखिरी दर्शन दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में कर सकेंगे। सोमवार को उनकी देह को वृंदावन ले जाया जाएगा। इसका समय अभी तय नहीं हुआ है।

 

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