Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

रजत बनर्जी बने आईडीएसए के नए चेयरमैन

Published

on

एमवे इंडिया एंटरप्राइजेज, आईडीएसए, अजय खन्ना, रजत बनर्जी, कोषाध्यक्ष, 

Loading

 

नई दिल्ली| एमवे इंडिया एंटरप्राइजेज के कारपोरेट मामलों के राष्ट्रीय प्रमुख रजत बनर्जी को इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) का नया चेरयमैन चुना गया है। उन्होंने यह पद हर्बलाइफ इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के भारतीय कारोबार प्रबंधक अजय खन्ना से प्राप्त किया है। आईडीएसए की नई दिल्ली में आयोजित आम बैठक में नई कार्यकारी समिति की घोषणा की गई।

नई समिति में जितेंद्र जगोता को उप-चेयरमैन (एवन ब्यूटी प्रोडक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड वैधानिक एवं सरकारी मामलों के निदेशक), विवेक कटोच को कोषाध्यक्ष (ऑरीफलेमेंड के कारपोरेट मामलों के निदेशक), रिनी सयाल को सचिव (हर्बलाइफ के वैश्विक नियमन, भारतीय सरकारी और उद्योग मामलों के प्रमुख) चुना गया। छवि हेमंथ आईडीएसए बोर्ड की गैर चयित सदस्य बनी रहेंगी और डब्लूएफडीएसए बोर्ड सदस्य के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

आईडीएसए के नए चुने गए सदस्यों का कार्यकाल एक वर्ष का होगा।

आईडीएसए की महासचिव छवि हेमंथ ने कहा, “हम नई कार्यकारी समिति के सदस्यों का स्वागत करते हैं। हम प्रतिबद्धता व नीतियों की श्रेष्ठता को सुनिश्चित करने के लिए काम करते रहेंगे। डाइरेक्ट सेलिंग का बाजार 7,000 करोड़ रुपये का है और भारत में इसकी विशाल संभावनाएं हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे उद्योग के लिए नियामक संरचना में अधिक स्पष्टता लाई जाएगी।”

नए चेयरमैन रजत बनर्जी ने कहा, “हमारा त्वरित लक्ष्य सरकार और हित धारकों के साथ डायरेक्ट सेलिंग के लिए एक नीतिगत संरचनात्मक ढांचा तैयार करना है।”

 

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

Published

on

Loading

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

Continue Reading

Trending