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अन्तर्राष्ट्रीय

मेक्सिको में पुलिस-अपराधियों की मुठभेड़, 10 की मौत

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मेक्सिको सिटी। मेक्सिको के जैलिसको राज्य में पुलिस और आपराधिक गिरोह के बीच हुई मुठभेड़ में 10 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि संघीय पुलिस के गेंडारमेरी विभाग के पांच सदस्यों, कार्टेल विभाग के तीन सदस्यों और दो आम नागरिकों की इस मुठभेड़ में मौत हो गई। गेंडारमेरी के आठ अन्य सदस्य इस मुठभेड़ में घायल भी हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए अलग अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया है।

एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, गुरुवार रात सात वाहनों पर गश्ती करने निकली पुलिस पर ओकोटलैंड में हमलावरों ने रात 9.15 बजे के लगभग हमला किया था। बयान में कहा गया, “पुलिस का गश्ती काफिले पर सड़क किनारे खड़े एक वाहन में से एक व्यक्ति ने रायफल से हमला किया, जिसके तुरंत बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।” इसके बाद कुछ और हथियारबंद लोग 10 वाहनों में सवार होकर वहां पहुंचे और दोनों ओर से गोलियां चलने लगीं।

कुछ देर की गोलीबारी के बाद अपराधी अपने वाहनों में भाग निकले थे। पुलिस ने घटनास्थल से सात रायफल, चार ग्रैनेड और पांच वाहन जब्त किए हैं। घटना की जांच अटॉर्नी जनरल के कार्यालय को सौंपी गई है।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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