Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बौने हो रहे उप्र के बच्चे

Published

on

Loading

लखनऊ। बाल विकास मंत्रालय के एक सर्वेक्षण में हुआ है कि उत्तर प्रदेश के बच्चे बौने होते जा रहे हैं। बच्चों को पहले हॉटकुक खिलाया गया और अब पुष्टाहार बांटा जा रहा है, ताकि उनका शारीरिक व मानसिक विकास हो सके। मगर ऐसा होता दिख नहीं रहा है।

सामान्यत: तीन साल के लड़के की लंबाई 94.9 सेंटीमीटर व लड़की की 93 सेंटीमीटर होनी चाहिए, लेकिन सर्वेक्षण में लड़कों की लंबाई 89 सेंटीमीटर व लड़कियों की 88 सेंटीमीटर मिली है।

सर्वेक्षण के मुताबिक, लखनऊ व इलाहाबाद के बच्चों की लंबाई सामान्य पाई है। यहां सात फीसद बच्चों की लंबाई कम मिली है। बाकी बच्चों की शारीरिक वृद्धि अच्छी पाई है, जबकि बरेली व शाहजहांपुर में दस फीसद बच्चों की लंबाई सामान्य से कम मिली है।

 

इन जिलों के 3.22 लाख बच्चों की लंबाई नापी गई थी। यहां तीन साल की लड़कियों की ऊंचाई 90 से 91 सेंटीमीटर के बीच मिली है। पीलीभीत में तीन साल के लड़कों की ऊंचाई 89 सेंटीमीटर व लड़कियों की 87 से 88 सेंटीमीटर पाई गई है।

इसी तरह बदायूं के 45 हजार बच्चों की लंबाई नापी गई। इसमें तीन साल के 40 फीसद बच्चों की लंबाई 88 से 89 सेंटीमीटर के बीच मिली है। चार साल के बच्चों की लंबाई 100.2 सेंटीमीटर मिली है, जबकि इस उम्र में 102.9 सेंटीमीटर होनी चाहिए। लड़कियों की लंबाई 101 सेंटीमीटर के बजाय 99.1 सेंटीमीटर मिली है।

इसके अलावा औरैया, गाजीपुर, बलिया, ललितपुर, बाराबंकी समेत 42 जनपदों के बच्चों की ऊंचाई व वजन कम मिला है। यदि वजन व लंबाई इन बच्चों की लगातार गिरती रही तो यह कुपोषण की श्रेणी में आ जाएंगे।

गौरतलब है कि भारत सरकार ने इस सर्वेक्षण का मिलान सभी जनपदों की ओर से भेजे गए बच्चे के वजन व लंबाई के आंकड़ों से किया है। उसके बाद ही इसका खुलासा किया है।

प्रमुख सचिव चंचल तिवारी ने कहा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाखों बच्चे आ रहे हैं। इनके बौने होने का प्रमुख कारण दूषित भोजन, पानी व वातावरण है।

उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों को दूषित खाना व पानी न दिया जाए, इसके लिए अभिभावकों को जागरूक किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाते हुए उनमें शौचालयों की व्यवस्था की जाए। शुद्ध पानी के लिए भी व्यवस्था केंद्र पर हो।

 

उत्तर प्रदेश

मोहिनी दुबे हत्याकांड: IAS के ड्राइवर ने भाई और साथी के साथ मिलकर दिया था वारदात को अंजाम, मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी की हत्या के आरोपी तीनों बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ पुलिस ने उनके पास से लूटा गया जेवर और नगदी भी बरामद कर ली है। इस पूरी वारदात को देवेंद्र नाथ के ड्राइवर अखिलेश, उसके भाई रवि और एक साथी रंजीत ने अंजाम दिया था।

मंगलवार को पुलिस मोहिनी दुबे हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने गई थी। तभी आरोपियों ने पुलिस के ऊपर फायरिंग कर दी।
जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। लखनऊ की इंदिरा नगर क्राइम ब्रांच और पुलिस टीम मुठभेड़ में शामिल हुई थी। तीनों आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ के दौरान बड़ी संख्या में पुलिसबल और सादी वर्दी में पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। वारदात को रवि व रंजीत ने अंजाम दिया था जबकि अखिलेश देवेंद्रनाथ दुबे को लेकर वापस लौटा था। पुलिस टीम अब से कुछ ही देर में प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा करेगी। हत्यारे वारदात के बाद दोनों नीले रंग की स्कूटी से भागते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे।

बता दें कि इंदिरानगर सेक्टर 20 में शनिवार सुबह सेवानिवृत आईएएस देवेंद्र दुबे के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी मोहिनी की हत्या कर दी थी। इसके बाद अलमारी में रखे जेवरात और नकदी लूट ले गए थे। मामले में पुलिस को पहले भी ड्राइवरों पर ही शक था। कई पुख्ता सुबूत इस ओर इशारा कर रहे थे। दोनों चालकों रवि और अखिलेश से सोमवार को पुलिस ने लंबी पूछताछ की थी। दोनों के अलावा और भी कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ की थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला था कि बदमाश नीले रंग की स्कूटी से आए थे और उसी से भागे थे। हत्यारों ने अपने परिचित की स्कूटी का इस्तेमाल किया। नंबर प्लेट निकाल दी थी। स्कूटी पुलिस ने बरामद कर ली थी। वहीं, सीसीटीवी से हत्यारों की पहचान भी हो गई थी।

 

Continue Reading

Trending