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मुख्य समाचार

नोबेल विजेताओं के सम्मेलन में जाएंगे दलाई लामा

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धर्मशाला| तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं के 14वें विश्व शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए अगले माह इटली जाएंगे। दलाई लामा के कार्यालय के संयुक्त सचिव तेंजिन तकल्हा ने बताया, “परम पूज्य 12 से 14 दिसंबर तक रोम में नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।”

शिखर सम्मेलन के सचिवालय ने एक बयान में कहा कि सम्मेलन पहले सितंबर में दक्षिण अफ्रीका में होना था, लेकिन वहां की सरकार द्वारा दलाई लामा को वीजा जारी न किए जाने की वजह से इसे रद्द कर दिया गया।

बयान में कहा गया, “परमपूज्य दलाई लामा ने 22 अन्य शांति पुरस्कार विजेताओं के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की पुष्टि की है। इनमें आर्कबिशप डेसमंड टूटू, शिरीन एबादी, लेमह गबोई, तवाकुल करमान, मैरेड मग्युरे, जोस रामोस-होर्टा, डेविड ट्रिम्बल, लेक वालेसा एवं बेट्टी विलियम्स शामिल हैं।”

रोम ही वह शहर है, जहां शिखर सम्मेलन की कल्पना ने जन्म लिया। रोम इससे पूर्व पहले आठ विश्व शिखर सम्मेलनों की मेजबानी कर चुका है।

धर्मशाला में निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे दलाई लामा ने 27 अगस्त को दक्षिण अफ्रीका यात्रा के लिए वीजा का आवेद दिया था।

दलाई लामा के सहयोगी ने बताया कि पिछले पांच साल में यह तीसरी बार है जब दलाई लामा ने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा रद्द की है।

दलाई लामा को 1989 में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

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नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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