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मनोरंजन

दूसरों की सोच से फर्क नहीं पड़ता : कंगना

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तनु वेड्स मनु रिट्नर्स’ की सफलता का लुत्फ उठा रही बॉलीवुड ‘क्वीन’ कंगना रनौत का कहना है कि उन्हें इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि दूसरे लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या ‘क्वीन’ और ‘तनु वेड्स मनु रिट्नर्स’ से दर्शकों एवं फिल्म समीक्षकों का दिल जीतने के बाद अब दूसरे लोगों की सोच मायने रखती है? जवाब में उन्होंने कहा, “मेरे लिए दूसरे लोगों की सोच मायने नहीं रखती। अगर उनकी सोच मायने रखती, तो मैं अब तक नहीं टिकी होती।”
कंगना ने कहा, “अगर मैं प्रभावित होती, तो मुझमें ढेर सारे तर्कहीन गुमान होते। मेरे अंदर यह समझ है कि क्या पाया जा सकता है और क्या नहीं।”

कंगना पूर्व में ‘फैशन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी हैं। वह कहती हैं कि उन्हें ‘क्वीन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने की कतई उम्मीद नहीं थी।

प्रादेशिक

सीएम सुक्खू के मंत्री का विवादित बयान, कहा- कंगना को कोई बिना मेकअप देख ले तो दूसरी बार नहीं देखेगा

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नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कंगना रनौत के चेहरे को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिसके बाद उनका काफी विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत अपने कार्यक्रमों में मेकअप करके आती है। मेकअप वाली टीम भी हमेशा उनके साथ रहती है। मेकअप को देख ही लोगों की भीड़ उन्हें देखने आती है। अगर सुबह के समय कोई व्यक्ति कंगना को बिना मेकअप देख लें तो दूसरी बार नहीं देखेगा।

उधर कंगना ने भी नेगी केइस बयान पर पलटवार किया है। कंगना ने कहा कि उन्होंने फिल्मों में बिना मेकअप के भी रोल निभाए हैं। आज अगर वह अच्छे कपड़े पहनकर और पाउडर-लिपस्टिक लगाकर जनता से मिलना चाहती हैं तो उसमें भी यह आपत्ति जताते हैं। कंगना ने आगे कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि शक्ल से उनको क्या परेशानी हो गई। क्या इनके खूबसूरत चेहरों पर वोट दिए हैं। सुक्खू जी को लगता है उनकी खूबसूरत शक्ल पर वोट मिले हैं।

कंगना ने आगे कहा कि राजनीति में एक भाव है और यह भाव किसी में भी आ सकता है। किसी का चेहरा कैसा है या आपकी उम्र और लिंग क्या है यह देश इस सबसे बाहर निकलकर काफी आगे जाना चाहता है। ये देश की बहनों को काली-पीली और उनकी शक्ल को लेकर बातें करते हैं। उन्हें मेरी शक्ल से क्या लेना-देना। मेरी शक्ल चाहे जैसी भी हो जब तक मैं बुजुर्गों भाइयों, माता-बहनों और बच्चों की सेवा में तत्पर हूं तो मेरी शक्ल से तुम्हें क्या लेना-देना। आपको बता दें कि कंगना अलग-अलग इलाकों में जाकर वहां की वेशभूषा पहन रही हैं।

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