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दिल्ली का प्रदूषण जेब पर डालेगा डाका, सीआईएसएफ पर भी खतरा

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नई दिल्ली। दिल्ली में तेजी से फैल रही जहरीली आबोहवा का अब आम आदमी की जेब पर भी असर पड़ेगा। एन्वायरन्मेंट पॉल्यूशन (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल) अथॉरिटी ईपीसीए ने दिल्ली और एनसीआर में पॉल्यूशन से निपटने के लिए पार्किंग फीस चार गुना बढ़ाने का आदेश दिया है। इसके अलावा, दिल्ली मेट्रो का किराया भी कम करने को कहा गया है। दूसरी तरफ, दिल्ली मेट्रो और एयरपोर्ट की सुरक्षा करने वाली सीआईएसएफ ने अपने जवानों को आठ हजार मास्क देने का फैसला किया है।

ईपीसीए अध्यक्ष भूरेलाल और सदस्य सुनीता नारायण ने प्रदूषण से निपटने की योजना के तहत कुछ उपायों की घोषणा की। ईपीसीए ने निर्देश दिया है कि कम से कम 10 दिन तक कम व्यस्त समय में मेट्रो के किराए कम किए जाएं, मेट्रो के कोच और फेरे बढ़ाए जाएं।

निकाय ने दिल्ली और एनसीआर में शामिल अन्य राज्यों को निर्देश दिया कि अधिक बसें लगाकर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बेहतर बनाएं। निकाय ने निगम निकायों को दिल्ली-एनसीआर में पार्किंग शुल्क चार गुना बढ़ाने का भी निर्देश दिया।

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राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वर्ष की सबसे खराब हवा की गुणवत्ता और धुंध की स्थिति है, जो दिवाली के बाद से अधिक खराब है। इसी के बाद सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण निवारण और नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने बैठक में पार्किंग शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया गया, ताकि लोग निजी वाहनों का कम इस्तेमाल करें।

ईपीसीए ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में धूल से होने वाले प्रदूषण के नियमों का उल्लंघन करने वाली सडक़ निर्माण एजेंसियों पर भी 50 हजार रुपये का जुमार्ना लगाया जाए। संस्था ने दिल्ली-एनसीआर में पार्किंग शुल्क चार गुना करने की भी सिफारिश की है। अन्य उपायों में पूरे क्षेत्र में ईंट भट्ठों, हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन कशर्स को बंद करना शामिल है।

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कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

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नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

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