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जहरीली हुई दिल्ली की आबोहवा, पांचवीं तक के स्कूल बंद

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मंगलवार को लोगों को हवा की बेहद खराब गुणवत्ता और धुंध की स्थिति का सामना करना पड़ा, जो पूरे साल भर के वायु प्रदूषण की सबसे गंभीर स्थिति है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर की गई बैठक के बाद बताया कि स्मॉग के चलते बुधवार को पांचवीं क्लास तक के बच्चों की छुट्टी रहेगी।

सुबह से आसमान में पीले धुंध की चादर छाई रही, जो दिवाली के एक दिन बाद होने वाली स्थिति से भी अधिक गंभीर थी। प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। 21 सक्रिय प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 18 ने वायु गुणवत्ता की स्थिति को ‘गंभीर’ बताया है। प्रदूषण की ऐसी स्थिति को देखते हुए दिल्ली के कक्षा 5 तक के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर की गई बैठक के बाद लोगों से अपील की है कि वे कहीं भी पत्ते, लकड़ी या अन्य चीजें ना जलाएं क्योंकि इससे हवा प्रदूषित होती है। वहीं दिल्ली के स्कूलों को एडवाइजरी जारी की जा रही है कि खराब होते हालात को देखते हुए बच्चों की मॉर्निंग असेंबली और बाहर की गतिविधियां बंद कर दी जाएं।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्वूआई) अपराह्न् तीन बजे 446 थी। प्रमुख प्रदूषक कणिका तत्व (पीएम) 2.5 या व्यास के साथ कणों का आकार 2.58 मीटर से कम 418 इकाइयों में दर्ज किया गया, जो दिवाली के एक दिन बाद होने वाली स्थिति से भी बदतर है। 20 अक्टूबर, 2017 को एक्वूआई 403 में दर्ज किया गया था, जबकि मंगलवार को दर्ज सूचकांक दिवाली 2016 (31 अक्टूबर) के एक दिन बाद दर्ज किए गए सूचकांक 443 के आसपास है।

कई इलाकों में एयर क्वॉलिटी ‘बेहद खराब’ की कैटिगरी में बनी हुई है और इसमें अगले 4-5 दिनों तक कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है। दिल्ली-एनसीआर में मिलाकर औसतन एक्वूआई 412 दर्ज किया गया, जिसे गंभीर करार दिया गया है। वहीं, सीपीसीबी द्वारा एक बजे पर रिपोर्ट की गई पीएम 2.5 का घनत्व 400 यूनिट था।

दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न स्थानों पर पीएम 2.5 आंकड़ा स्वीकार्य सीमा से 23 से 19 गुना अधिक पाया गया। पीएम 2.5 की सुरक्षित सीमा राष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रति घन मीटर 60 माइक्रोग्राम और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के मुताबिक 25 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है।

मौसम विश्लेषकों के अनुसार, पड़ोसी राज्यों में संयुक्त मौसम संबंधी कारकों और पयाली जलने से हुए प्रदूषण के कारण दिल्ली सबसे खराब ‘धुंध की स्थिति’ का सामना कर रही है। निजी मौसम अनुमान एजेंसी स्काइमेट के निदेशक महेश पलावत ने बताया, “वर्तमान में राजस्थान और हरियाणा से पश्चिमी हवाओं की गति नगण्य है, जिसके कारण हवा स्थानीय उत्सर्जन और पयाली जलाने से तैयार होने वाले प्रदूषक तत्व के साथ मिलकर सतह के निकट संघनित हो रही है। कुछ दिनों में हालांकि स्थिति सामान्य हो जाएगी।”

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नेशनल

कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा- आप गलती मानते हैं, बोले- सवाल ही उठता, मेरे पास बेगुनाही के सारे सबूत

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नई दिल्ली। महिला पहलवानों से यौन शोषण मामले में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने उन्हें उनके खिलाफ तय किए आरोप पढ़कर सुनाए। इसके बाद कोर्ट ने बृजभूषण से पूछा कि आप अपने ऊपर लगाए गए आरोप स्वीकार करते हैं? इस पर बृजभूषण ने कहा कि गलती की ही नहीं मानने का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान कुश्ती संघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर ने भी स्वयं को बेकसूर बताया। तोमर ने कहा कि हमनें कभी भी किसी पहलवान को घर पर बुलाकर न तो डांटा है और न ही धमकाया है। सभी आरोप झूठे हैं।

मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या आरोपों के कारण उन्हें चुनावी टिकट की कीमत चुकानी पड़ी, इस पर बृजभूषण सिंह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मेरे बेटे को टिकट मिला है।” बता दें कि उत्तर प्रदेश से छह बार सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। पार्टी उनकी बजाय, उनके बेटे करण भूषण सिंह को कैसरगंज सीट से टिकट दिया है, जिसका बृजभूषण तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

बृजभूषण सिंह ने सीसीटीवी रिकाॅर्ड और दस्तावेजों से जुड़े अन्य विवरण मांगने के लिए बृजभूषण सिंह ने आवेदन दायर किया है। उनके वकील ने कहा कि उनके दौरे आधिकारिक थे। मैं विदेश में उसी होटल में कभी नहीं ठहरा जहां खिलाड़ी स्टे करते थे। वहीं दिल्ली कार्यालय की घटनाओं के दौरान भी मैं दिल्ली में नहीं था। बता दें कि कोर्ट इस मामले में जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है। कोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि एमपी-एमएलए मामलों में लंबी तारीखें नहीं दी जाएं। हम 10 दिन से अधिक की तारीख नहीं दे सकते।

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